जबलपुर। देश के दुर्लभ जियोलॉजिकल पॉर्क को भेड़ाघाट में बनाने की तैयारी हो रही है। शुक्रवार को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के महानिदेशक एम श्रीधर ने पार्क की संभावनाओं को देखने आए। उन्होंने भेड़ाघाट और लम्हेटाघाट का निरीक्षण किया। इसमें भेड़ाघाट के लिए पार्क की जमीन चि-ति की गई है। निरीक्षण के बाद सांसद राकेश सिंह के साथ उनके निवास पर इस संबंध में चर्चा हुई।
क्या है जियो पार्कः
जियोलॉजिकल पार्क को रॉक पार्क भी कहते हैं। इसमें कठोर पत्थरों की शिलाओं को स्थापित किया जाएगा। सांसद सिंह ने बताया कि लम्हेटा रॉक फॉरर्मेशन के साथ पूरे मध्यप्रदेश को यदि एक नक्शे के रूप में देखे तो मप्र में यदि कोई मिनरल्स, रॉक या ऐसी जियोलॉजिकल वस्तु उपलब्ध होती है तो उसे पार्क में उसी क्रम में रखा जाएगा। सांसद के मुताबिक जियो पार्क के जरिए प्रयास होगा कि जियोलॉजिकल संरचनाओं के साथ हम मानव वंश के विकास को भी दिखा सकें।
ये भी होगा पार्क में
सांसद ने बताया कि उन्हीं के आग्रह पर जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के महानिदेशक भेड़ाघाट में सर्वे के लिए आए हैं। जियो पार्क में म्यूजियम, लाइब्रेरी, स्टडी सेंटर के साथ थ्रीडी थियेटर भी निर्मित होगा। उनके अनुसार भेड़ाघाट इस क्षेत्र के लिए बेहद उपयुक्त है। भेड़ाघाट में अभी वॉटरफॉल के अलावा पर्यटकों के लिए कोई अन्य अहम स्थान नहीं होता है। ऐसे में इस पार्क से अध्ययन करने वालों के अलावा पर्यटक भी पहुंचेंगे।
यहां किया भ्रमण
जीएसआई के डीजी श्रीधर सुबह भेड़ाघाट निरीक्षण करने पहुंचे। वे सबसे पहले लम्हेटाघाट के आसपास घूमे। इसके अलावा घुघरा फॉल, नर्मदा किनारे वृहद पौधरोपण वाले स्थल के अलावा गोपालपुर और विजिटर पार्क देखने गए। इन्हीं में एक स्थल का चयन किया जाना है। डीजी श्रीधर ने मदन महल की पहाड़ी भी देखा। उनके साथ जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के हेमराज सूर्यवंशी डिप्टी जीएम मप्र, असित शाहा डिप्टी डीजी मध्य क्षेत्र नागपुर, दीपक हजारा, एके तलवार, संदीप नंदी, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, सोहेल अहमद मौजूद रहे।