जबलपुर। मध्य प्रदेश के शहर जबलपुर में कोरोना वायरस के चार पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। बावजूद इसके जबलपुर में कोरोनावायरस की जाँच करवाने आ रहे लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। यहां तक कि उनके साथ ठीक प्रकार से बात तक नहीं की जा रही। अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उन्हें कैदियों की तरह बंद कर दिया गया है।
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। बताया जा रहा है कि यह जबलपुर शहर का एक संभ्रांत परिवार है। यह लोग विदेश से वापस लौटे थे। सतर्कता के लिए खुद ही जांच कराने अस्पताल पहुंच गए। जैसे ही उन्होंने बताया कि यह विदेश से लौटे हैं, इन्हें अस्पताल के एक हिस्से में कैद कर दिया गया।
क्या समस्या है जबलपुर के आइसोलेशन वार्ड में
- जिस वार्ड में संदिग्ध मरीजों को रहा जा रहा है उसमें लाइट नहीं है।
- पूरे वार्ड का सैनिटाइजेशन होना चाहिए परंतु आइसोलेशन वार्ड में हाथ धोने के लिए साबुन तक नहीं है।
- आइसोलेशन वार्ड में सिर्फ बिस्तर लगाए गए हैं।
- आइसोलेशन वार्ड में ऑक्सीजन की व्यवस्था तक नहीं है।
- आइसोलेशन वार्ड के बाहर स्टाफ मौजूद है जो अंदर नहीं आता।
- आइसोलेशन वार्ड में तैनात डॉक्टर ने किसी भी प्रकार की मदद करने से इनकार किया।
जबलपुर का सराफा बाजार लॉकडाउन
जैसे ही शाम को प्रशासन को पता चला कि 4 मरीजों में कोरोनावायरस पॉजिटिव पाया गया है। प्रशासन में हड़कंप मचा दिया। आनन-फानन में सराफा बाजार बंद करवा दिया गया। सरकारी अधिकारियों ने दुकानदारों से कहा है कि 24 मार्च तक दुकान नहीं खोलना है।