भोपाल। मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में रजिस्ट्रार के पद पर अब डिप्टी कलेक्टर्स की नियुक्ति की जाएगी। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने इसका ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। उन्हें विश्वास है कि जल्द ही शेष औपचारिकताएं भी पूरी हो जाएगी। इधर भाजपा का सवाल है कि डिप्टी कलेक्टर की नियुक्ति रजिस्टर के पद पर करके उच्च शिक्षा मंत्री अपना कौन सा टारगेट अचीव करना चाहते हैं।
विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए डिप्टी कलेक्टर को रजिस्ट्रार बनाएंगे: मंत्री जीतू पटवारी
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा तैयार ड्राफ्ट के अनुसार मध्य प्रदेश की यूनिवर्सिटीज में रजिस्ट्रार के पद पर मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित हुए राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ' डिप्टी कलेक्टर' को नियुक्त किया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की दलील है कि विश्वविद्यालयों में पिछले 15 सालों में काफी भ्रष्टाचार हुए हैं। इन पर कंट्रोल करने के लिए प्रशासनिक सेवा का अधिकारी जरूरी है। कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि आगामी शिक्षा सत्र से यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
डिप्टी कलेक्टर से भी भ्रष्टाचार करवाएंगे: भाजपा का आरोप
भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार भ्रष्टाचार के नए प्रोजेक्ट लॉन्च कर रही है। राज्य प्रशासनिक सेवा के कई अधिकारियों को अवैध वसूली के लिए लगाया गया है। माफिया के खिलाफ अभियान के दौरान अवैध वसूली के जितने भी आरोप लगे हैं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों पर लगे हैं।
रजिस्ट्रार के रिक्त पदों की भर्ती क्यों नहीं करती सरकार: पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता
पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता का कहना है कि इस समय सरकार यही कर रही है, इधर का उठाकर उधर कर रही है। हर चीज़ में अपनी मनमानी करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार रजिस्ट्रार के पद क्यों नहीं भरना चाहती। उन्होंने सरकार पर बैकडोर से एंट्री करने का आरोप लगाया। गुप्ता ने कहा कि करप्शन है तो सरकार कार्रवाई क्यों नहीं करती। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सरकार डिप्टी कलेक्टरों की पोस्टिंग भी पैसे लेकर ही करेगी।