भोपाल। मध्य प्रदेश में विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग का मामला लगातार सुर्खियों में है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बाद अब पूरी कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। कांग्रेस पार्टी ने इस संदर्भ में दिल्ली में एक पत्रकार वार्ता को भी संबोधित किया। मध्यप्रदेश से विवेक तंखा इस प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने के बाद विधायकों ने क्या कहा
बीएसपी विधायक संजीव कुशवाहा: दिल्ली में बीजेपी के किसी नेता से नहीं मिले हैं। 'मैं कमलनाथ सरकार के साथ खड़ा हूं।'
कांग्रेस विधायक एंदल सिंह कंसाना ने व्यक्तिगत कारण बताया।
विधायक राजेश शुक्ला ने कहा, 'मुझे किडनैप करे ऐसा कोई नहीं है। हम काम से गए थे।'
विधायक श्रीमती रामबाई ने कहा कि झूठ में बोलना नहीं चाहती और सच मैं अभी बताना नहीं चाहती।
निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा: बेटी को इलाज के लिए बैंगलुरू लेकर आया हूं। सीएम कमलनाथ ने भी ली है बेटी की सेहत का हाल।
भाजपा क्या चाहती थी: कमलनाथ सरकार गिराना है या राज्यसभा की दूसरी सीट
इस पूरे घटनाक्रम में बड़ा प्रश्न यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने क्या प्लान किया था। वह मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराना चाहती थी या फिर राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए सारी कसरत की गई थी। कांग्रेस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराना चाहती थी लेकिन राजनीति के पंडितों का कहना है कि यह सब कुछ राज्यसभा में दूसरी सीट के लिए था क्योंकि भाजपा हाईकमान के लिए राज्यसभा बेहद महत्वपूर्ण है।