भोपाल। नोवल कोरोना वायरस को लेकर मप्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। लोगों को सलाह दी गई है कि नोवल कोरोना वायरस के चलते सार्वजनिक समारोहों का आयोजन न करें या उन्हें आगे की तारीखों के लिए टाल दें। अगर समारोह आयोजित करना जरूरी ही हो तो उसकी रोकथाम के जरूरी उपाय किए जाएं, जिससे कोरोना वायरस के खतरे से बचा जा सके।
एडवाइजरी के आने के बाद होली के कार्यक्रम प्रभावित रहेंगे। वहीं सरकार के मुताबिक अभी तक 14 सैम्पल जांच के लिए पुणे लैब भेजे गए थे, जिनमें से 13 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई है और एक रिपोर्ट आना बाकी है। देश में जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना वायरस पर मध्य प्रदेश सरकार पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ चुकी है। इससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग एडवाइजरी जारी कर चुका है। इसमें कहा गया था कि कोरोना संक्रमण वायरस संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलता है। इससे बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं और सर्दी, खांसी और बुखार आने पर तुरंत डाक्टर को दिखाएं।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों ने 250 से ज्यादा केंद्रों पर सेटेलाइट के माध्यम से ट्रेनिंग कार्यक्रम में हिस्सा लिया और 5 हजार डॉक्टर और कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचने की ट्रेनिंग दी। कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिये सभी जिलों में डीएम की अध्यक्षता में टास्क-फोर्स का गठन किया गया है। प्रदेश और जिला स्तर पर प्रतिदिन मॉनिटरिंग सैल की बैठक हो रही है। राज्यस्तर पर पीसी सेठी अस्पताल, महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर, जेपी अस्पताल एवं हमीदिया अस्पताल भोपाल को चुना गया है। सभी जिलों में मॉकड्रिल की जा चुकी है।