भोपाल। राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के नामांकन के खिलाफ दिग्विजय सिंह ने आपत्ति लगाई थी, जो खारिज हो गई है। अब राज्यसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के बीच सीधी लड़ाई होगी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने के बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था। इसके अलावा डॉ सुमेर सिंह सोलंकी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने भाजपा के दोनों प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म में गलत जानकारी देने का दावा किया था। उन्होंने दोनों प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त करने की मांग करते हुए आपत्ति लगाई थी। परीक्षण के बाद आज दिग्विजय सिंह की आपत्ति खारिज कर दी गई है।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 3 सीटों पर चुनाव होने हैं। इसमें से एक सीट भाजपा और एक सीट कांग्रेस के पास सुनिश्चित है परंतु तीसरी सीट को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। ना तो भाजपा के पास पूरे वोट हैं और ना ही कांग्रेस के पास। 2 विधायकों की मृत्यु और छह विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद। मध्य प्रदेश में विधायकों की संख्या 222 रह गई है। इसमें से 16 विधायक अनुपस्थित हैं। उन्होंने भेजे हैं परंतु स्वीकार नहीं किए गए हैं। यदि इस्तीफे स्वीकार नहीं होते तो राज्यसभा के मतदान के समय क्रॉस वोटिंग हो सकती है और यदि स्वीकार किए जाते हैं कमलनाथ सरकार गिर जाएगी।