भोपाल। मध्य प्रदेश की सबसे लोकप्रिय पॉलिटिकल सीरीज 'संकट में सरकार' का सीजन-2 शुरू हो चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने खुलासा किया था कि बसपा विधायक श्रीमती रामबाई को भाजपा ने विशेष विमान से दिल्ली भेजा है। श्रीमती रामबाई का क्या हुआ यह तो पता नहीं चल पाया लेकिन आज विधायक दल की हुई बैठक में भाजपा के दो विधायक कम हो गए।
मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर रीवा और शहडोल संभाग के विधायकों की बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में मैहर विधायक श्री नारायण त्रिपाठी और व्यवहारी से विधायक श्री शरद कौल उपस्थित नहीं हुए। यह दोनों वहीं विधायक हैं जिन्होंने मानसून सत्र के दौरान ना केवल क्रॉस वोटिंग की थी बल्कि कांग्रेस कार्यालय गए और मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ फोटो भी खिंचवाई थी। भाजपा ने दोनों विधायकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। दस्तावेजों में दर्ज करने के लिए दोनों विधायक अभी भाजपा में है लेकिन यह बताने की जरूरत नहीं कि दोनों कमलनाथ के साथ हैं।
क्या भाजपा बजट सत्र में अविश्वास प्रस्ताव ला पाएगी
बड़ा प्रश्न यह है कि क्या भारतीय जनता पार्टी बजट सत्र में कमलनाथ सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला पाएगी। सदन में अब तक भारतीय जनता पार्टी ने कमलनाथ सरकार को बहुमत साबित करने के लिए कोई चुनौती नहीं दी है। एक विधायक पर वोटिंग की बात आई थी। भाजपा के विधायक वॉकआउट कर गए थे। सदन में केवल दो विधायक मौजूद थे जिन्होंने कमलनाथ के पक्ष में वोट किए। सदन में भाजपा के पास दस्तावेजों के अनुसार 105 विधायक हैं परंतु यदि वोटिंग की बात आती है तो 103 भी रहेंगे या नहीं कहा नहीं जा सकता। क्या शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा ने मिलकर वाकई कोई प्लान बनाया है या फिर यह सब कुछ जो दिखाई दे रहा है उसके पीछे गणित कुछ और ही है।