Madhya Pradesh MLA Raksha Sironia fired from Congress
दतिया। मध्यप्रदेश के दतिया जिले की भांडेर विधानसभा से विधायक श्रीमती रक्षा सिरौनिया को कांग्रेस पार्टी ने प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया है। उनके साथ उनके पति संतराम सिरौनिया, हरीओम त्रिपाठी, जितेन्द्र सिंह दांगी उर्फ जीतू को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण कांग्रेस से बर्खास्त किया है।
जिलाध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने बताया कि बीते कुछ दिनों से प्रदेश में जिस प्रकार के हालात बने हुए थे, उससे स्पष्ट है कि भाजपा द्वारा पैसा बांटकर लोकतांत्रिक सिद्धांतों के विरूद्ध राजनीति की गई। उसमें कुछ कांग्रेसी विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गए। जिलाध्यक्ष सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जिले की भांडेर विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक रही रक्षा सतंराम सिरौनिया भी इसमें शामिल थी। उन पर 35 करोड़ रुपये लेकर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप लग रहे हैं।
यादव ने कहा कि अगर इन बातों में सच्चाई है तो फिर उन्होंने क्षेत्र की जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाई है। इस कारण कांग्रेस कमेटी ने रक्षा सिरौनिया, उनके पित सतंराम सिरौनिया, हरीओम त्रिपाठी, जितेन्द्र सिंह दांगी उर्फ जीतू को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि सिरौनिया के पार्टी विरोधी काम का जबाव अब उन्हें क्षेत्र की जनता ही देगी। कांग्रेस पार्टी इन हालातों का डटकर मुकाबला करेगी और जनता की आवाज को उठाती रहेगी।
कमल नाथ सरकार में मंत्री रहे जायसवाल ने भी छोड़ा साथ
मप्र के वारासिवनी से निर्दलीय विधायक और कमल नाथ सरकार में खनिज मंत्री रहे प्रदीप जायसवाल ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। गुरुवार रात तक वे कांग्रेस के साथ थे लेकिन, शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री की हैसियत से कमल नाथ की आखिरी प्रेसवार्ता के ठीक बाद और राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने से पहले जायसवाल ने समर्थन वापस ले लिया। पहले से कहा जा रहा था कि कांग्रेस सरकार खतरे में आई, तो जायसवाल साथ छोड़ सकते हैं। हुआ भी यही।