भोपाल। करीब 1 सप्ताह से मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार जो लड़ाई लड़ रही थी, सुप्रीम कोर्ट में हार गई है। जैसा कि राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने निर्देशित किया था, बिल्कुल वैसा ही आदेश सुप्रीम कोर्ट ने भी दिया है। कमलनाथ सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा।
दिनांक 20 मार्च 2020 शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट का आयोजन किया जाए।
सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी विधायक को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
20 मार्च 2020 को विधानसभा में केवल एक एजेंडा रहेगा, सरकार के बहुमत पर मतदान एवं फैसला।
फ्लोर टेस्ट के दौरान हाथ उठाकर मतदान कराया जाएगा।
मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
सदन की पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
मतदान प्रकिया शांतिपूर्ण तरीके से पूरी की जानी चाहिये
शाम 5 बजे तक मतदान की पूरी प्रक्रिया संपन्न करवानी होगी।
इस्तीफा भेजने वाले 16 विधायक आना चाहें तो उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाए।
16 विधायकों के सुरक्षा की जिम्मेदारी बीजेपी कर्नाटक एवं डीजीपी मध्य प्रदेश की होगी।
मध्य प्रदेश की राजनीति, आज की ताजा खबर | MP political crisis latest news
- मैं बोल्ड नहीं होने वाला, उनकी गूगली बेकार चली जाएगी: कमलनाथ
- 16 में से कुछ विधायक मेरे संपर्क में: सीएम कमलनाथ का दावा
- मध्यप्रदेश सुप्रीम कोर्ट का फैसला: स्पीकर की दलीलें नामंजूर, 24 घंटे का समय दिया
- सुप्रीम कोर्ट: मध्यप्रदेश में फ्लोर टेस्ट जरूरी है, सरकार ने 2 सप्ताह का समय मांगा था
- सिंधिया के समर्थन में इस्तीफा देने वाली मंत्री इमरती देवी के बंगले में आग लगी
- सिंधिया समर्थक विधायक गोयल के कार्यालय के बाहर कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन
- कल से मैंने भोजन नहीं किया, सुप्रीम कोर्ट के बाद ही फैसला करूंगा: दिग्विजय सिंह
- दिग्विजय सिंह जानबूझ के कर्नाटक में नाटक कर रहे हैं: गोपाल भार्गव
- मध्यप्रदेश में फ्लोर टेस्ट की तारीख तय, सुप्रीम कोर्ट का फैसला
- मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई: सबसे बड़ी परीक्षा