भोपाल। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर जहां लोग अकाल मृत्यु से बचने के लिए दर्शन करने आते हैं, कोरोनावायरस के चलते बंद कर दिया गया। मंदिर प्रशासन ने भक्तों के दर्शन पर अनिश्चितकाल तक के लिए रोक लगा दी है। इसके अलावा उज्जैन (मध्य प्रदेश) महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित कुलदेवी बिजासन माता का प्राचीन एवं प्रसिद्ध मंदिर भी भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है।
पहले भस्म आरती पर रोक लगाई थी अब सामान्य दर्शन भी बंद कर दिए
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां दुनिया भर के लगभग हर देश से शिवभक्त दर्शन करने आते हैं। हिंदू शास्त्रों में दर्ज किया गया है कि यहां स्थित शिवलिंग के दर्शन मात्र से अकाल मृत्यु टल जाती है। इस तरह की कई चमत्कारी कथाएं किसी मंदिर में सुनाई भी जाती है लेकिन मंदिर प्रबंधन है कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा देखते हुए भक्तों के लिए मंदिर अनिश्चितकाल तक के लिए बंद कर दिया।
राक्षसों से रक्षा करने वाली बिजासन माता के दर्शन भी नहीं कर पाएंगे
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित बड़ी बिजासन माता मंदिर की ख्याति 1000 किलोमीटर दूर तक फैली हुई है। शास्त्रों में वर्णन किया गया है कि बिजासन माता मनुष्यों की राक्षसों से रक्षा करती है। शास्त्रों में यह भी वर्णन किया गया है कि राक्षसों से तात्पर्य ऐसे शत्रु जिनका सामना करने में मनुष्य सक्षम नहीं है। कोरोना वायरस भी ऐसा ही शत्रु है, परंतु मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए माता के दर्शन बंद कर दिए हैं।