Madhya Pradesh political crisis | raj Bhavan report
भोपाल। मध्यप्रदेश के राजभवन में हलचल तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि राज्यपाल श्री लालजी टंडन और मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के बीच अब तक हुई लिखा पढ़ी का कानूनी परीक्षण किया जा रहा है। इसी प्रक्रिया के दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री एनपी प्रजापति का एक पत्र भी आ गया है। संभावनाएं तलाशी जा रही है कि क्या अब तक की हुई क्रिया प्रतिक्रिया के आधार पर राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है।
राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ को अब तक तीन पत्र लिखे हैं। तीनों पत्रों में उन्होंने शुरू टेस्ट कराने की बात की है। फ्लोर टेस्ट के लिए उन्होंने दो बार डेट फाइनल की लेकिन कमलनाथ सरकार ने फ्लोर टेस्ट कराने से इंकार कर दिया। कमलनाथ सरकार की सारी उठापटक फ्लोर टेस्ट को किसी भी तरह टालने की कोशिश नजर आ रही हैं।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लिखित में ज्ञापन दिया जा चुका है कि कमलनाथ सरकार अल्पमत में है। राज्यपाल श्री लालजी टंडन है 16 मार्च को लिखे पत्र में इंगित किया था कि यदि 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट नहीं कराया जाता तो मैं यह मान लूंगा कि आपकी सरकार अल्पमत में है। 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ। अब कानूनी परीक्षण किया जा रहा है। क्या इस आधार पर कमलनाथ सरकार को बर्खास्त किया जा सकता है। यदि हां तो आधी रात को सरकार बर्खास्त होने की संभावना है।