भोपाल। बुधवार सुबह से गुरुवार शाम तक और भोपाल से लेकर राजनीति के दिल्ली धाम तक ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोपों की ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। नेताओं के नाम बदलते गए लेकिन आरोप लगभग एक जैसे थी। स्तरीय नेताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को एहसान फरामोश बताया तो स्तरहीन नेताओं ने "गद्दार" कहा। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार शाम ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर बात की।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरे ऊपर आरोप लगाने के लिए कांग्रेस पार्टी का स्वागत है। मैं उन्हें कोई जवाब नहीं दूंगा क्योंकि मेरी जीवन शैली और जनता की सेवा जो पिछले 18 सालों से लगातार जारी है, अपने आप में एक उत्तर है और उनके आरोपों के जवाब देने के लिए काफी है।
Jyotiraditya Scindia, BJP in Bhopal: Congress party is welcome to make allegations against me. I will not answer them because my lifestyle and my public service for the last 18 years should be enough of an answer.
सिर्फ राहुल गांधी ने संयम एवं मर्यादा का परिचय दिया
कांग्रेस पार्टी के इतिहास में कई दिग्गज नेता पहले भी पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। कई बार दल बदल के कारण कांग्रेस पार्टी की सरकारें भी गिरी है परंतु जिस तरह के हमले ज्योतिरादित्य सिंधिया पर किए गए, शायद ही कभी पहले किए गए हो। कुछ नेताओं ने काफी निम्न दर्जे की भाषा का उपयोग किया। उनके शब्दों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति सहानुभूति पैदा की है। इन सबके बीच में सिर्फ राहुल गांधी एक अकेले ऐसे नेता हैं जिन्होंने ज्योतिरादित्य के संदर्भ में जब बयान दिया तो संयम एवं मर्यादा का पूरा ध्यान रखना।