भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च को बिना फ्लोर टेस्ट के स्थगित हो जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल प्रोडक्ट कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए तुरंत सुनवाई की अपील की थी परंतु आज सुबह 10:30 बजे जब सुप्रीम कोर्ट में केस की सुनवाई का अवसर आया तो शिवराज सिंह चौहान के वकील उपस्थित नहीं थे। उनके जूनियर ने कोर्ट के समक्ष उपस्थित होकर समय मांगा। कॉन्ग्रेस इसी मौके की तलाश में थी। कंफर्म नहीं है लेकिन उम्मीद की जा रही है कि बुधवार को दोपहर बाद सुनवाई हो सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर सुबह 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई, मध्य प्रदेश सरकार की ओर से कपिल सिब्बल और विवेक तन्खा ने अपना पक्ष रखा और कुछ समय मांगा। वहीं याचिकाकर्ता शिवराज सिंह चौहान की ओर से वकील मुकुल रोहतगी के कोर्ट रूम में नहीं होने से उनके जूनियर ने समय मांगा था। अब उम्मीद यह की जा रही है कि इस मामले में दोपहर के बाद सुनवाई शुरू होगी।
कल ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कमलनाथ सरकार, विधानसभा अध्यक्ष और सचिव को नोटिस देकर जवाब मांगा था। सभी की निगाहें इसी तरफ है कि आज मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्या पक्ष रखा जाता है और इसके बाद फ्लोर टेस्ट को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है।
एक याचिका कांग्रेस ने भी लगाई है
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है कि उन्हें बेंगलुरु में भाजपा सरकार की ओर से बंदी बनाकर रखे गए विधायकों से संपर्क करने दिया जाए, इस याचिका पर भी सुनवाई होना है।