नई दिल्ली। दिग्विजय सिंह का आरोप है कि भाजपा मध्यप्रदेश में हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दलों के विधायकों गुरूग्राम के एक होटल में रखा गया था। दिग्विजय सिंह के अनुसार करीब 11 विधायक थे। जीतू पटवारी ने 6 विधायक होने की बात कही है। जबकि वीडियो में सिर्फ एक विधायक श्रीमती रामबाई दिखाई दे रहीं हैं। सवाल यह है कि क्या वाकई में उस होटल में कुछ और विधायक भी थे और यदि थे तो वह कौन थे।
इन विधायकों के होटल में होने की पुष्टि
रामबाई (बसपा), पथरिया
बिसाहूलाल (कांग्रेस), अनूपपुर
हरदीप सिंह (कांग्रेस), सुवासरा
सुरेंद्र सिंह शेरा (निर्दलीय), बुरहानपुर
संजीव कुशवाह (बसपा), भिंड
ऐंदल सिंह कंसाना (कांग्रेस), सुमावली
सूत्रों ने इन विधायकों के नाम भी बताएं
होटल में मौजूद विधायकों को पत्रकारों ने जब रात को फोन लगाया तो सभी के फोन स्विच ऑफ मिले। सूत्रों ने बताया कि होटल में सपा विधायक राजेश शुक्ला, गोहद विधायक रणवीर जाटव, गिर्राज दंडौतिया, संजीव कुशवाहा भी हैं। हालांकि, दिग्विजय ने इनके नामों की पुष्टि नहीं की।
पॉइंट टू पॉइंट अब तक क्या हुआ
02 मार्च 2020 सोमवार: दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर horse-trading का आरोप लगाया। कहा कि शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री और नरोत्तम मिश्रा उप मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
भाजपा की तरफ से शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने दिग्विजय सिंह के बयान को आधारहीन बताया।
3 मार्च 2020: दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके सवाल किया कि क्या पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह विशेष विमान से बसपा विधायक श्रीमती रामबाई को दिल्ली नहीं लाए हैं।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि विधायकों को कुल 35 करोड़ का ऑफर दिया गया है।
बसपा विधायक श्रीमती रामबाई के पति ने दिग्विजय सिंह के बयान का खंडन किया। उन्होंने कहा कि श्रीमती रामबाई दिल्ली में है लेकिन अपनी बेटी से मिलने गई है।
पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं नरोत्तम मिश्रा पहले से ही दिल्ली में थे। मंगलवार शाम को शिवराज सिंह चौहान भी दिल्ली पहुंच गए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने दो मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा।
दोनों मंत्री गुरुग्राम के एक होटल में पहुंचे। यहां उन्होंने सत्तारूढ़ दलों के विधायकों को भाजपा द्वारा जबरदस्ती रोकने का आरोप लगाया।
होटल में काफी हंगामे के बाद जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह के साथ बसपा विधायक श्रीमती रामबाई जाते हुए दिखाई दी।
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि हमारे पहुंचने से पहले ही भाजपा ने विधायकों को शिफ्ट कर दिया है।
रात 2:00 बजे कुछ विधायक हैं होटल से निकलकर कहीं और चले गए।
दिल्ली मीडिया के सूत्रों का कहना है कि विधायकों कर्नाटक ले जाया गया है।
दिग्विजय सिंह का आरोप है कि कुल 11 विधायक थे।
जयवर्धन सिंह का दावा है कि सभी विधायकों से बात हो गई है सरकार को कोई खतरा नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि इस घटनाक्रम से हमारा कोई लेना देना नहीं है।
अपडेट: बड़ी खबर: मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक,बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह डंग, रघुराज सिंह कंसाना और निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बंगलुरू भेजे गए, बीजेपी के साथ हैं ये विधायक.