भोपाल। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने वाली है। मुख्यमंत्री का नाम अब तक फाइनल नहीं हुआ है। बताने की जरूरत नहीं कि मुख्यमंत्री का नाम केंद्र से फाइनल होकर आएगा। कम से कम इस बार मुख्यमंत्री के नाम पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की सहमति ली जाएगी। सवाल यह है कि 2017 और 18 में कई बार सन 57 के गीत सुनाने वाले शिवराज सिंह चौहान के नाम पर क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया सहमत होंगे।
शिवराज सिंह के बयान पर यशोधरा राजे सिंधिया भी नाराज हो गई थी
याद दिला दें कि जब अटेर विधानसभा उपचुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने 1857 की क्रांति का जिक्र करते हुए सिंधिया राजपरिवार को गद्दार करार दिया था, तब उनके इस बयान को अनुपयोगी बताते हुए काफी विरोध हुआ था। यहां तक कि भाजपा नेता यशोधरा राजे सिंधिया भी उनसे नाराज हो गई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तो इस बारे में शिवराज सिंह को जवाब भी दिया था।
शिवराज सिंह ने कई बार दोहराया था 'अंग्रेजों के मित्र सिंधिया ने छोड़ी राजधानी थी'
तमाम विरोध के बावजूद शिवराज सिंह चौहान ने 2017 और 2018 में कई बार सिंधिया राजपरिवार को लेकर अपना बयान दोहराया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पष्ट किया था कि उन्हें अपनी निंदा पर कोई आपत्ति नहीं है परंतु राजमाता विजयराजे सिंधिया द्वारा स्थापित की गई पार्टी के नेता यदि इस तरह का बयान देते हैं तो यह राजमाता विजयराजे सिंधिया का अपमान है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान के बावजूद शिवराज सिंह चौहान अपने बयान पर टिके रहे। उनकी सोशल मीडिया टीम ने उनके बयान को काफी वायरल किया था।