नई दिल्ली। भारत की राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस का मामला सामने आने के बाद देशभर में हड़कंप मच गया है। नोएडा के 2 स्कूल बंद कर दिए गए हैं। 1000 से ज्यादा कंपनियों को नोटिस जारी किए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कमान संभाल ली है। पीएम मोदी ने जनता से अपील की है कि वह घबराए नहीं। एवं किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान ना दें।
कोरोना वायरस दिल्ली से देश भर में फैल सकता है
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद देशभर के लोग डरे हुए हैं। दरअसल, दिल्ली में हर रोज देशभर के लोग आते और जाते हैं। ऐसे में लोग इस बात को लेकर डरे हुए हैं कि अगर दिल्ली में इस वायरस का संक्रमण फैलता है तो इसके देशभर में बढ़ने का खतरा हो सकता है।
कोरोना वायरस: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की जनता से अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोवेल कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी की मंगलवार को गहन समीक्षा की। साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘कोविड 19 से निपटने की तैयारी की गहन समीक्षा की। विभिन्न मंत्रालय और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो भारत आने वाले लोगों की जांच से लेकर त्वरित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के संबंध में है।’
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने कहा, 'कोविड-19 नोवेल कोरोनावायरस के मद्देनजर तैयारी की गहन समीक्षा की। भारत आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग से लेकर तुरंत चिकित्सा प्रदान करने तक की समस्त गतिविधियों के लिए विभिन्न मंत्रालय मिलकर काम कर रहे हैं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हमें साथ मिलकर काम करने और आत्मसुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छोटे लेकिन महत्वपूर्ण उपाय करने की जरूरत है।'
कोरोना वायरस पीड़ित से कुछ और लोगों में भी संक्रमण फैला!
दिल्ली में सोमवार को जो शख्स कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया था, उसके जरिए यह वायरस कुछ और लोगों में भी फैलने की आशंका जताई गई है। ऐसे 6 संदिग्ध मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नोएडा की 1000 से ज्यादा कंपनियों को नोटिस, 2 स्कूल बंद
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और यहां स्थित 1,000 से अधिक देशी-विदेशी कंपनियों को कोरोना वायरस अलर्ट नोटिस दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी गौतमबुद्ध नगर अनुराग भार्गव ने बताया कि नोटिस में सभी कंपनियों से कहा गया है कि यदि उनका कोई कर्मचारी विदेश गया है तो उसके भारत लौटने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी जाए। सीएमओ ने बताया कि ईरान, सिंगापुर, चीन समेत 13 देशों से लौटने वाले लोगों की जांच का आदेश दिया गया है। कोरोना के डर से नोएडा के दो स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
फाइव स्टार होटल ने कर्मचारियों को चेतावनी
दिल्ली में एक पांच सितारा होटल ने कुछ कर्मचारियों को 14 दिन तक अपने घर में अलग रहने को कहा है। ये सभी कर्मचारी 28 फरवरी को होटल के उस रेस्तरां में मौजूद थे जहां कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति ने रात में खाना खाया था। हयात रीजेंसी दिल्ली, क्षेत्रीय वीपी और महाप्रबंधक जूलियन आयर्स ने एक बयान में कहा, ‘सरकारी अधिकारियों ने हाल ही में पुष्टि की है कि 28 फरवरी, 2020 को हयात रीजेंसी दिल्ली में ला पियाजा रेस्तरां में भोजन करने वाले एक व्यक्ति को कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है।’ उन्होंने कहा, “28 फरवरी, 2020 को रेस्तरां में मौजूद सभी सहकर्मियों को 14 दिनों के लिए अपने घर में पृथक रहने के लिए कहा गया है।
भारत ने चार देशों का वीजा रद्द किया
कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे के कारण भारत सरकार की ओर से जारी संशोधित यात्रा परामर्श में कहा गया है, ‘सभी नियमित वीजा/ई-वीजा (इसमें जापान और दक्षिण कोरिया के वीजा पर आने वाले) इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान के नागरिकों को तीन मार्च या उससे पहले जारी किए गए और जिन्होंने अब तक भारत में प्रवेश नहीं किया है, उनके वीजा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए हैं। जो लोग किसी कारण से भारत की यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें नजदीकी भारतीय दूतावास/वाणिज्य दूतावास से नया वीजा लेने की जरूरत होगी।’
वीजा को लेकर ये पाबंदियां उन सभी विदेशी नागरिकों पर भी लागू होंगी, जिन्होंने एक फरवरी या उसके बाद चीन, ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया और जापान की यात्रा की है और अब तक भारत में प्रवेश नहीं किया है। मजबूरी के हालात में इन्हें भी नए वीजा के लिए भारतीय दूतावास से संपर्क करना होगा।
चीन, दक्षिण कोरिया, इटली, जापान, ईरान, हांगकांग, मकाओ, वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताइवान से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से आ रहे यात्रियों को हर हाल में चिकित्सा जांच से गुजरना होगा। भारतीय नागरिकों को चीन, ईरान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, इटली और गैर-जरूरी यात्राओं से परहेज करने की भी सलाह दी गई है।
भारत ने दवाओं के निर्यात पर लगाया प्रतिबंध
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुये सरकार ने दवाओं के मामले में एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। देश में दवाओं की कमी नहीं हो इसके लिये सरकार ने मंगलवार को पैरासेटामोल और 25 अन्य दवा सामग्रियों और उनसे बनने वाली दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। भारत खुद जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा विनिर्माता है। सरकार ने दर्द निवारक दवा, बुखार में काम आने वाले पेरासेटमोल, एंटीबायोटिक मैट्रोनिडजोल तथा विषाणुओं के इलाज में काम आने वाली दवा के साथ ही विटामिन बी1 और बी12 के निर्यात को फिलहाल प्रतिबंधित कर दिया है।