भोपाल। कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित नई रिपोर्ट आते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर, भोपाल एवं उज्जैन शहर को 100% सीलबंद घोषित कर दिया है। तीनों शहरों में नागरिकों को घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी गई है। इसके अलावा जितने भी जिलों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है, वहां टोटल लॉक डाउन के आदेश दिए गए हैं।
इंदौर, भोपाल, उज्जैन: आवश्यक वस्तुओं के लिए भी घर से नहीं निकलेंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देशित किया है कि इन 3 जिलों (इंदौर, भोपाल और उज्जैन) में नागरिक आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए भी घर से नहीं निकलेंगे। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई प्रशासन लोगों के दरवाजे पर सुनिश्चित करेगा।
ग्वालियर
शिवपुरी
खरगोन
मुरैना
छिंदवाड़ा
बड़वानी
बैतूल
विदिशा
श्योपुर
इन जिलों में टोटल लॉकडाउन
जबलपुरग्वालियर
शिवपुरी
खरगोन
मुरैना
छिंदवाड़ा
बड़वानी
बैतूल
विदिशा
श्योपुर
संक्रमण छुपाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी
मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के संक्रमण बढ़ने के दो ही कारण है।
पहला- तबलीगी जमात के लोग जो यह मानने के लिए तैयार ही नहीं थे कि वह संक्रमित हो गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मीडिया की इस दलील का समर्थन कर रहे हैं।
दूसरा- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, जो अपने ही विभाग की रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है एवं समाचार लिखे जाने तक अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती नहीं हुए थे। (इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुप हो जाते हैं)
जमात के लोग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी दोनों का रवैया लगभग एक जैसा है। दोनों सरकारी रिपोर्ट को मानने के लिए तैयार नहीं है। दोनों अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने को तैयार नहीं है। दोनों संक्रमित होने के बावजूद अपने स्तर की सुविधाएं एवं अपनी शर्तों पर इलाज चाहते हैं।
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