भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के कर्मचारी तेजी से कोरोनावायरस के शिकार पाए जा रहे हैं। मंगलवार दिनांक 7 अप्रैल को आई पहली रिपोर्ट के अनुसार कुल 12 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें से पांच स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हैं जबकि साथ पुलिस विभाग के कर्मचारी और उनके परिवार के लोग।
भोपाल में 74, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों में सबसे ज्यादा इन्फेक्शन
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मंगलवार सुबह 12 नए पॉजिटिव मामले शामिल करने के बाद कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 74 हो गई है। भोपाल के स्वास्थ्य विभाग में सबसे ज्यादा इन्फेक्शन पाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के कोरोना वायरस संक्रमित अधिकारी कर्मचारियों की संख्या 28 हो गई है। यह संख्या भोपाल में तबलीगी जमात के संक्रमित (20) से ज्यादा है। तीसरे नंबर पर पुलिस विभाग आ गया है। पुलिस विभाग एवं उनके परिजनों को मिलाकर कुल संख्या 15 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग में इंफेक्शन का सोर्स अब भी अज्ञात
पुलिस विभाग में कोरोनावायरस का इन्फेक्शन समझ में आता है। क्योंकि पुलिस विभाग के कर्मचारी जहां एक और भोपाल की आम जनता के संपर्क में आए वहीं दूसरी ओर बाहरी यात्रियों के संपर्क में भी रहे। इसके अलावा पुलिस विभाग के कर्मचारी उन्हें लाखों में भी तैनात हैं जहां सबसे ज्यादा संक्रमण पाया जा रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में इतने बड़े स्तर पर इंफेक्शन कोई इत्तेफाक नहीं हो सकता। इसका सोर्स पता लगाना बहुत जरूरी है। अजीब बात यह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस तरह फोकस ही नहीं कर रहे। स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव इन्फेक्टेड होने के बावजूद अपनी कुर्सी बचाने के लिए ऑन ड्यूटी है इसलिए उनसे उम्मीद ही नहीं की जा सकती कि वह कोरोनावायरस के सोर्स का पता लगाने की कोशिश करेंगी।
06 अप्रैल को सबसे ज्यादा पढ़ी गईं खबरें
मध्यप्रदेश में लॉक डाउन कहां बढ़ेगा, कहां नहीं: मुख्यमंत्री की बैठक में मिले संकेत
कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है
कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है