भोपाल। कांग्रेस पार्टी द्वारा भोपाल शहर में गरीबों को उपलब्ध कराया जा रहा है भोजन अब नहीं दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी ने अपना किचन बंद करने का ऐलान कर दिया है। पार्टी का अपना तर्क है परंतु सूत्रों का दावा है कि लगातार डिमांड बढ़ने के कारण कांग्रेस पार्टी ने किचन बंद कर दिया।
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने क्या तर्क दिया
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तर्क दिया है कि जहां (पीसीसी कार्यालय इंदिरा भवन परिसर) पर कांग्रेस पार्टी का किचन था उस इलाके को प्रशासन ने कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसलिए किचन बंद करना पड़ा। हालांकि यह तर्क खारिज हो जाता है क्योंकि कांग्रेस पार्टी चाहती तो किचन को शिफ्ट कर सकती है। बंद करने की जरूरत नहीं थी। कांग्रेस पार्टी यदि राजनीति नहीं कर रही और जनता की सेवा ही उसका धर्म है तो नगर निगम को कच्ची सामग्री उपलब्ध करा सकती है। नगर निगम के प्रशिक्षित हलवाई भोजन बना देंगे और नगर निगम के कर्मचारी वितरण भी कर देंगे।
रिलीफ फंड के नाम पर चंदा वसूली की तैयारी
कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष श्री कमलनाथ के निर्देशानुसार शीघ्र ही कांग्रेस पार्टी कोरोना के कारण होने वाली असुविधाओं में जनता को राहत पहुंचाने के लिये एक कांग्रेस रिलीफ फंड की स्थापना कर रही है जिसके माध्यम से राहत सामग्री वितरण एवं सहायता की योजनायें चलाई जायेंगीं। जिसका प्रारूप शीघ्र ही घोषित किया जायेगा।
कांग्रेस के किचन बंद होने का असली कारण क्या है
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास इस तरह के कार्यक्रमों में पैसा खर्च करने के लिए सिर्फ एक ही नेता (गोविंद गोयल) है। गोविंद गोयल मूलतः कारोबारी है। चुनाव लड़ना चाहते हैं। दिग्विजय सिंह को खुश रखने के लिए अक्सर आयोजन करते रहते हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास जब अतिथियों को चाय पिलाने का पैसा नहीं था तब भी गोविंद गोयल ही टेंट और कुर्सियों का खर्चा दिया करते थे। गरीबों को भोजन वितरण के लिए गोविंद गोयल ने कुछ बजट जारी किया। कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रेस नोट में दावा कर दिया कि वह प्रतिदिन 25000 लोगों को भोजन करा रही है। भोपाल समाचार ने आम जनता तक यह सूचना पहुंचा दी। स्पष्ट रूप से बता दिया कि भोजन मिल रहा है यदि कोई भूखा हो तो कांग्रेस कार्यालय भेज दें। श्री दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस कार्यालय के नंबर भी सार्वजनिक कर दिए। इसके बाद भीड़ लगना शुरू हो गई। इधर बजट खत्म हो गया। इसलिए किचन बंद कर दिया गया।