नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉक डाउन के बाद रिलायंस इंडस्ट्री ने कंपनी के अधिकारियों की सैलरी में कटौती की घोषणा कर दी है। सूत्रों का कहना है कि यह कटौती वेतनमान के हिसाब से 10% से लेकर 50% तक होगी। बताया गया है कि 15 लाख से कम सालाना वेतन वाले कर्मचारियों के वेतन से कोई कटौती नहीं होगी। कंपनी ने इस बार परफॉर्मेंस बोनस नहीं देने का फैसला किया है।
सीनियर एग्जीक्यूटिव की सैलरी में 50% तक की कटौती
रिलायंस के हाइड्रोकार्बन बिजनस में काम करने वाले एंप्लॉयी जिनकी सैलरी 15 लाख सालाना से ज्यादा है, उनकी सैलरी में 10 पर्सेंट की कटौती होगी। हालांकि जिनकी सैलरी उससे कम है, उनकी सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सीनियर एग्जिक्युटिव की सैलरी में 30-50 पर्सेंट की भारी कटौती की जा सकती है।
परफॉर्मेंस बोनस नहीं दिया जाएगा
इसके अलावा परफॉर्मेंस आधारित बोनस को भी फिलहाल टाल दिया गया है। दरअसल लॉकडाउन के कारण पेट्रोलियम की डिमांड काफी घट गई है, जिसके कारण हाइड्रोकार्बन बिजनस का रेवेन्यू काफी घट गया है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, एग्जिक्युटिव डायरेक्टर और सीनियर लीडर्स के कॉम्पेंसेशन में 30-50 फीसदी तक की कटौती होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कॉम्पेंसेशन नहीं लेने का फैसला किया है।
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बिजनेस प्रोसेस को दोबारा ऑर्गेनाइज करेगी कंपनी
कंपनी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण कंपनी को यह मौका मिला है कि वह बिजनस प्रॉसेस को दोबारा आर्गनाइज करे। बता दें वित्त वर्ष 2019-20 की आखिरी तिमाही के नतीजे से पहले स्टैंडअलोन और कंसोलिडेटेड ऑडिट रिपोर्ट को लेकर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक हुई थी।