कई बार ऐसा भी होता है जब हम नहीं चाहते परंतु स्वभाव में चिड़चिड़ापन बना रहता है। छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाता है। इस तरह का गुस्सा दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जाता है। हम जानते हैं कि इस तरह के व्यवहार का कोई आधार नहीं है परंतु फिर भी स्वयं पर नियंत्रण नहीं रह पाता। दरअसल यह सब कुछ वास्तु दोष या फिर ग्रहों के गोचर के कारण होता है। यहां हम कुछ सरल से घरेलू ज्योतिषीय उपाय बता रहे हैं। इनका प्रयोग करके कोई भी व्यक्ति अपने चिड़चिड़ा स्वभाव और अहंकार पर नियंत्रण कर सकता है।
- सुबह उठकर धरती माता को प्रणाम करें।
- सुबह सबसे पहले दाएं पैर जमीन पर रखें।
- सुबह के समय बिस्तर त्यागने के बाद करीब 15 मिनट तक मौन रहें।
- घर एवं प्रतिष्ठान में साफ-सफाई रखें, क्योंकि गंदगी आपका क्रोध बढ़ाएगी।
- प्रातः स्नान के बाद सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
- घर में सुबह एवं शाम पूर्व दिशा में दीपक जलाएं। इससे अहंकार की भावना भी समाप्त होती है।
- घर की स्त्रियों से मधुर व्यवहार रखें। व्यापार में तरक्की होती है।
- चांदी के गिलास में पानी और दूध का सेवन करें।
- हनुमान जी की उपासना करें।
- हनुमान चालीसा का नित्य प्रति पाठ करें।
- घर में तुलसी का पौधा लगाएं।
- लाल रंग का प्रयोग न करें।
- मंगलवार के दिन बेसन और मसालों का दान करने से क्रोध शांत रहता है।
- बड़े बजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त करें, अहंकार के भाव अपने आप समाप्त हो जाते हैं।
- रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- घर या प्रतिष्ठान में सुगंधित वस्तुओं का प्रयोग करें। इससे तनाव दूर होता है और सकारात्मकता आती है।