इंदौर। कोरोना वायरस जैसी बीमारी को अस्पताल प्रबंधन गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। तीन दिन पहले अस्पताल में भर्ती हुए युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। मगर प्रबंधन ने रिपोर्ट आने का इंतजार नहीं किया। युवक का शव दोस्तों और परिवार वालों को सौंप दिया। अंतिम संस्कार करने के बाद स्वजन को युवक के कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला है।
इसके बाद इलाके में रहवासी काफी दहशत में हैं। मामले की जानकारी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग परिवार की सुध लेने नहीं पहुंचा है। हालांकि शिकायत मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी से की। करीब 24 घंटे बाद स्वजन को आइसोलेशन में भेजा है। चंद्रभागा निवासी 29 वर्षीय युवक की सोमवार 6 अप्रैल शाम 7 बजे तबीयत बिगड़ी। उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। वह जीजा के साथ बाइक पर विशेष अस्पताल पहुंचा। यहां उसकी जांच के बाद प्रबंधन ने अस्पताल में भर्ती करवाया। मगर इलाज के दौरान रात 3 बजे उसकी मृत्यु हो गई।
परिवार वालों और दोस्तों ने डॉक्टर से कोरोना संबंधित बीमारी के बारे में पूछा तो उन्होंने रिपोर्ट आना शेष बताया। थोड़ी देर बाद शव परिवार के सदस्यों को सौंप दिया। अगले दिन अंतिम संस्कार किया गया। करीबी लोग ही घर पहुंचे। मगर बुधवार को अस्थियां लाते वक्त घर वालों को युवक के कोरोना पॉजिटिव होने का पता चला। परिवार वालों और दोस्तों के अलावा रहवासी भी दहशत में आ गए हैं।
शनि गली जूनी इंदौर निवासी दोस्त गिरीश का कहना है कि पूरे मामले में अस्पताल की लापरवाही है, जिन्होंने रिपोर्ट आने के पहले ही शव हमें सौंप दिया है। जबकि कई बार प्रबंधन से पूछा गया। गिरीश ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के 24 घंटे बाद परिवार को आइसोलेशन सेंटर भेजा है। मामले में सीएचएमओ डॉ. प्रवीण जड़िया का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन से पूरे मामले से रिपोर्ट लेंगे। सावधनियां बरते बिना प्रबंधन ने युवक का शव सौंपा होगा तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
यदि एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में अपने साथी पर गोली चलाए तो क्या होगा, पढ़िए
जबलपुर में कोकिला रिसोर्ट सहित तीन होटल डॉक्टर्स और नर्सों के लिए अधिग्रहित
छिंदवाड़ा में पहचान छुपा कर रह रहे थे चार जमाती
भोपाल में AIIMS के 2 डॉक्टरों को पुलिस ने पीटा, एक आरक्षक लाइन अटैच
मध्य प्रदेश के 15 जिलों में 46 इलाके हॉटस्पॉट: जहां आना-जाना प्रतिबंध
कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है
सांसदों की तरह मध्य प्रदेश में विधायकों की विधायक निधि बंद होगी: सीएम शिवराज सिंह
शिवराज के लिए सिरदर्द कम नहीं: COVID-19 के बाद CABINET-26
मध्यप्रदेश में ESMA लागू, पढ़िए आम जनता को इससे क्या फायदा होगा
लॉकडाउन के संदर्भ CM शिवराज की टेबल पर सुलेमान कमेटी की रिपोर्ट
10 अप्रैल को सबसे ज्यादा पढ़ी जा रहीं खबरें
पत्नी को धर्मपत्नी क्यों कहते हैं, क्या कोई लॉजिक है या बस मान-सम्मान के लिएयदि एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में अपने साथी पर गोली चलाए तो क्या होगा, पढ़िए
जबलपुर में कोकिला रिसोर्ट सहित तीन होटल डॉक्टर्स और नर्सों के लिए अधिग्रहित
छिंदवाड़ा में पहचान छुपा कर रह रहे थे चार जमाती
भोपाल में AIIMS के 2 डॉक्टरों को पुलिस ने पीटा, एक आरक्षक लाइन अटैच
मध्य प्रदेश के 15 जिलों में 46 इलाके हॉटस्पॉट: जहां आना-जाना प्रतिबंध
कोर्ट में गीता पर हाथ रखकर कसम क्यों खिलाते थे, रामायण पर क्यों नहीं है
सांसदों की तरह मध्य प्रदेश में विधायकों की विधायक निधि बंद होगी: सीएम शिवराज सिंह
शिवराज के लिए सिरदर्द कम नहीं: COVID-19 के बाद CABINET-26
मध्यप्रदेश में ESMA लागू, पढ़िए आम जनता को इससे क्या फायदा होगा
लॉकडाउन के संदर्भ CM शिवराज की टेबल पर सुलेमान कमेटी की रिपोर्ट