इंदौर। इंदौर में कोरोनावायरस का संक्रमण सबसे ज्यादा फैलने के बाद प्रशासन ने शहर को लंबे समय तक 100% लॉकडाउन रखने की तैयारी कर ली है। इसी के चलते लोगों को सभी जरूरी सुविधाएं उनके दरवाजे पर उपलब्ध कराई जाएगी। तय किया गया है कि कचरा गाड़ी वाला राशन का आर्डर भी नोट कर ले जाएगा।
कमिश्नर आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में बुधवार को किराना सामान, राशन एवं दूध की होम डिलीवरी से संबंधित बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान संभागायुक्त ने बताया कि लोग घर में ही रहें एवं बाहर किसी भी दुकान पर भीड़ इकट्ठी न हो, इसके लिए प्रशासन होम डिलीवरी की सेवा शुरू कर रहा है। इसके तहत ऑर्डर देने पर सामान संबंधित के घर पहुंचाया जाएगा। शुरुआत में ज्यादा मांग होने के कारण 1 से 2 दिन का समय लग सकता है, जबकि बाद में कुछ घंटों में ही सामान घर पहुंच पहुंचाया जा सकेगा। नगर निगम की डोर टू डोर जाने वाली कचरा गाड़ी के द्वारा जनता से यह ऑर्डर लिया जाएगा।
कमिश्नर ने कहा कि लॉक डाउन तथा कर्फ्यू का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए यह कदम अति आवश्यक है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग एवं लोग घरों में ही रहें यह सुनिश्चित करना आवश्यक है। लेकिन लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति करना भी प्रशासन का कर्तव्य है। इसलिए प्रशासन द्वारा आवश्यक वस्तुएं जैसे आटा, दाल, चावल, तेल, दूध, शक्कर आदि उनके घर तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राशन की आपूर्ति के लिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि होलसेल विक्रेताओं के स्टॉक में कोई कमी ना हो। आलू-प्याज भी किराने के सामान के साथ ही खरीदे जा सकेंगे तथा हरी सब्जियों की सप्लाई अभी नहीं की जाएगी। इसके अतिरिक्त सामान क्रय करने की अपर लिमिट भी तय की जाएगी जिससे कि लोग जरूरत से ज्यादा सामान स्टॉक ना करें।