प्रिय साथियों, नमस्कार, मैंने आपके साथ मध्यप्रदेश में दो साल से अधिक समय तक काम किया। इस समय मुझे आपका भरपूर सहयोग व प्रेम मुझे मिला। इसके लिए मै सदैव आपका आभारी रहूंगा।
स्वास्थ्य के कारणों से मैंने कांग्रेस अध्यक्ष को अपना त्याग पत्र दिया था। उन्होंने कृपा कर मेरा त्याग पत्र स्वीकार किया है। इन्होंने मुझे आपके साथ काम करने का मौका दिया इस लिए मै उनका भी आभारी हूँ।
इन दो साल मे मेरी जिम्मेदारी परिपूर्ण करने में दिल से सहयोग देने वाले प्रदेश के सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकर्रो, मिडिया के साथियों, सिविल सोसायटी के सदस्य एवं एआईसीसी के साथी मंत्रियों और काॅर्डिनेटर्स टीम के सदस्यों का भी मै आभार व्यकत करता हूं ।
आपके साथ रहते हुए मे मैंने आपकी कर्मठता, ऊर्जा व लगन को हमेशा महसूस किया। इन्ही सकारात्मक प्रयासों का परिणाम था कि मध्य प्रदेश में हम सरकार बनाने में कामयाब हुए। अभी सरकार को एक साल ही हुआ था, खरीद फरोख्त के जरिए उसे हटा दिया गया। यह ना तो प्रदेश की जनता के हित में था और ना ही लोकतंत्र के लिए।
मै। आज भी मानता हूँ, जिन ताकतों ने मध्यप्रदेश में लोकतंत्र की हत्या की है वही देश के लोकतंत्र व संविधानिक स्वरूप के लिए भी चुनौती बनी हुयी है।
यह समय हम सब के लिए भी परीक्षा की घड़ी हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए हमें कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी व अपने नेता श्री राहुल गांधी जी के साथ एक निष्ठ होकर खड़े रहना और हर संघर्ष के लिय तैयार रहना है। अब आपके बीच नए प्रभारी महासचिव होंगे। उन्हें भी मेरी तरह आप अपना भरपूर प्रेम व सहयोग करिएगा।
पार्टी के एक कार्यकर्ता के रूप में जब आप मुझे याद करेंगे, मै सदैव आपके लिए उपलब्ध रहूँगा।
सादर, आपका,
दीपक बावरिया
एआईसीसी, नई दिल्ली