भोपाल। जनसेवा के लिए राजनीति करने का दावा करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले कुछ दिनों में कई बार बयान दिया है कि लॉक डाउन के कारण वह जनता के बीच नहीं आ पा रहे हैं, महाराजा सिंधिया इन दिनों दाढ़ी बढ़ाकर अपने ही घर में कैद हैं लेकिन अब खबर आई है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सिंह के मंत्रिमंडल में अपने समर्थकों को आधी सीटें दिलाने के लिए अमित शाह से मुलाकात की है।
मंत्रिमंडल में आधी सीटें चाहते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
खबर है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अमित शाह से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच मंत्रिमंडल के गठन को लेकर चर्चा हुई। जानकारी के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सभी नेताओं को मिनिस्टर बनाने की वकालत की है। तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रभु राम चौधरी, इमरती देव और प्रद्युम सिंह तोमर को मंत्री बनाना चाहते हैं।
शिवराज सिंह का फार्मूला: 10 में से 2 मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास मात्र 20 विधायक है जिन्होंने इस्तीफा दिया। कांग्रेस के दो विधायकों ने सीधे शिवराज सिंह चौहान से बात करके इस्तीफा दिया। इन दोनों को मंत्री पद देने का वचन पहले ही दिया जा चुका है। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठता, जाति और क्षेत्रवाद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुशंसा आदि को ध्यान में रखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने फार्मूला तय किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को 10 में से 2 मंत्री दिए जाएंगे। शिवराज सिंह चौहान के प्रस्तावित मिनी मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किए गए हैं। भाजपा के सीनियर नेताओं में गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन और मीना सिंह के नाम की चर्चा है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल का नाम शामिल है।