छिंदवाड़ा. शनिवार को कोरोनावायरस से पहली मौत के बाद देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। किशन लाल की अंतिम यात्रा में कंधे देने को 4 लोग भी उपलब्ध नहीं थे। यहां तक कि परिजन तक उनके न तो अंतिम दर्शन कर सके, न अंतिम संस्कार में शामिल हो सके। किशनलाल का परिवार इंदौर में था, इस वजह से अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सका।
स्वास्थ्य विभाग के 3 कर्मचारी (कोरोना योद्धा) ने ही उनका अंतिम संस्कार किया। अंतिम यात्रा का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें अपील की जा रही है कि अपने आपको सुरक्षित रखें, क्या आप चाहते हैं कि आपके साथ भी यही हो। कोरोना पॉजिटिव किशन लाल इंदौर में वाणिज्यकर विभाग में पदस्थ थे। उनकी शनिवार तड़के मौत हो गई थी। मरीज के पिता भी कोरोना पॉजिटिव हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इन दोनों के संपर्क में आने वाले 31 लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं। 84 लोगों की सूची तैयार की जा चुकी है।
इंदौर से 20 मार्च को छिंदवाड़ा के गुलाबरा आए किशन लाल के आइसोलेट किए जाने के बाद उसके सैंपल जांच के लिए जबलपुर भेजे गए थे। जबलपुर से आई रिपोर्ट में युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया और शनिवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। हरकत में आए प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल ही युवक से मुलाकात करने वालों और ठहरने के बारे में जानकारी लेकर सभी परिचित और रिश्तेदारों के ब्लड सैंपल लिए गए।
कोरोना संक्रमित मरीज की मौत को लेकर सरकार ने प्रोटोकॉल जारी किया है। इसके अनुसार शव को एक पॉलिथीन में पैक करना अनिवार्य है। मरीज की बॉडी को सोडियम हाइपो क्लोराइट से साफ किया जाता है। अंत्येष्टि या जनाजे में शामिल लोगों को एन- 95 मास्क लगाना अनिवार्य है।