इंदौर। कई बार मौत के साए में जिंदगी इतनी मुश्किल हो जाती है कि मौत उससे ज्यादा आसान लगने लगती है। पालदा इलाके में रहने वाली 30 वर्षीय विवाहित महिला के साथ ऐसा ही हुआ। उसके अंदर एक डर बैठ गया था। पिछले 15 दिन से उसकी घबराहट लगातार बढ़ती जा रही थी। पति उसे दो-तीन बार अस्पताल भी ले गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे सामान्य बताया। अंततः सुबह 8:00 बजे महिला ने फांसी के फंदे पर झूल कर आत्महत्या कर ली। प्राथमिक जांच के बाद पुलिस का मानना है कि महिला के अंदर कोरोनावायरस का डर बैठ गया था।
भंवरकुआं पुलिस के अनुसार समता नगर की अन्नपूर्णा उर्फ अन्नू पति सुनील चौहान ने फांसी लगा ली। सुबह 8 बजे जब पति की नींद खुली तो पत्नी फंदे पर थी। उनकी 4 साल की एक बेटी है। पति एक निजी स्कूल में कम्प्यूटर ऑपरेटर है। फर्नीचर का काम करने वाले ससुर ने पुलिस को बताया कि बहू को 15 दिन से घबराहट हो रही थी। उसका इलाज चल रहा था। वह किसी को कुछ ज्यादा बताती नहीं थी। अपने मन में ही बातें रखती थी।
रात को सभी ने भोजन किया और बेटा-बहू ऊपर के कमरे में सो गए। नीचे सास-ससुर सोए। सुबह बेटे के चिल्लाने पर आत्महत्या का पता चला। परिजन के अनुसार दंपत्ति में कोई विवाद नहीं था। हो सकता है कि उसने कोरोना के तनाव में आकर जान दे दी। पुलिस आत्महत्या का कारण पता कर रही है।
13 मई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार
प्रदेश में कोरोना 4000 के पार, इंदौर 2107, भोपाल 864, 42 जिले संक्रमित
इंदौर में डॉक्टर ने बीमार युवती का रेप कर डाला, लॉकडाउन के कारण मौका मिला
भास्कर लक्षकार IAS पर 150 करोड़ की जमीन घोटाले का आरोप
सिंधिया के साथी 3 दिन के भीतर कांग्रेस में आस्था स्पष्ट करें: रामनिवास रावत
जीवित इंसान पानी में डूब जाता है लेकिन शव तैरता रहता है, ऐसा क्यों, आइए जानते हैं
13 मई-25 जून शुक्र वक्री रहेंगे, पढ़िए आपका जीवन कितना प्रभावित होगा
भोपाल कंटेन्मेंट में लोगों को घरों से निकालकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है
इंदौर में डॉक्टर ने बीमार युवती का रेप कर डाला, लॉकडाउन के कारण मौका मिला
भास्कर लक्षकार IAS पर 150 करोड़ की जमीन घोटाले का आरोप
सिंधिया के साथी 3 दिन के भीतर कांग्रेस में आस्था स्पष्ट करें: रामनिवास रावत
जीवित इंसान पानी में डूब जाता है लेकिन शव तैरता रहता है, ऐसा क्यों, आइए जानते हैं
13 मई-25 जून शुक्र वक्री रहेंगे, पढ़िए आपका जीवन कितना प्रभावित होगा
भोपाल कंटेन्मेंट में लोगों को घरों से निकालकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है