भोपाल। संक्रमित क्षेत्रों से लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कंटेन्मेंट क्षेत्र से दूसरी जगह ले जा कर क्वारेन्टीन किया जा रहा है, जिला प्रशासन द्वारा भोपाल में कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए लगातार अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं।
कलेक्टर भोपाल श्री तरूण पिथोडे ने बताया कि प्रदेश में पहली बार ऐसा प्रयोग किया गया है,संक्रमित क्षेत्रो जहांगीराबाद, मंगलवारा, छावनी,जैसे अति सघन आबादी वाले क्षेत्रों में लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमित लोगों से अन्य लोगों को बचाने के लिए उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। इसके लिए होटल, लॉज, स्कूल, शादी हाउस का उपयोग किया जा रहा है।
विशेषकर बच्चों, महिलाओं और युवाओं को इन जगहों पर रखा जा रहा है। इसके साथ ही इनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन हेल्दी खाना भी दिया जा रहा है। इन क्षेत्रों में सघन आबादी रहती है। एक घर में 10 से 20 लोग एक परिवार में निवास कर रहे है, ऐसी स्थिति में इन परिवारों के कुछ सदस्यों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। शासकीय मदद के साथ इन्हें अलग-अलग जगहों पर रखा जा रहा है। साथ ही इनके मनोरंजन के लिए कमरों में टीवी और अन्य खेलकूद की व्यवस्थाएं की जा रही है। विशेषकर बच्चों को बिजी रखने के लिए लूडो कैरम, बाल, के साथ अन्य खेल का सामान भी रखा गया है।
पुराना भोपाल अति सघन क्षेत्र है और घरों के बहुत पास पास होने के कारण कोरोना फैलाव बढ़ सकता है। इसको रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हर संवेदनशील क्षेत्र के लिए एक अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। सर्विलांस टीम एक्टिव कर दी गई है जिससे 24 घंटे का लॉक डाउन का पालन कराने के लिए निगाह रखी जा रही है।
विशेषकर अनाउंसमेंट और जागरूकता के लिए पर्चे वितरित किए गए हैं। आयुष विभाग द्वारा भी लगातार परिवारों को काढ़े के पैकेट वितरित किये जा रहे है। इसके साथ लोगों को बताया जा रहा है कि सुबह और शाम विशेषकर गर्म पानी पिए, ठंडी चीजों का उपयोग से बचें, घर में ही रहें और यदि घर में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मिलता है तो सभी लोग मास्क लगाकर रखें। घर के बाहर बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को नही निकलने दे,सभी को घर मे अलग रखें साथ ही बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भी अन्य लोगों से अलग रखा जाए। बार-बार हाथ धोये और घर की सफाई करते रहें।
भोपाल में अभी तक 500 से अधिक लोगों को सघन आबादी से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। जैसे क्षेत्र में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति मिलता है तो उसके संबंधित सभी फर्स्ट कॉन्ट्रेक्ट में आने वाले,और उनके आने जाने के मार्ग और उससे जुड़े हर व्यक्ति का टेस्ट कराया जा रहा है। इसके साथ ही लगातार 10 दिनों तक उनके स्वास्थ्य परीक्षण भी टीम द्वारा किया जाता है। परिवार के अन्य सदस्यों को दूसरी जगह ले जाया जा रहा है, जिससे कोरोना की चैन को तोड़ा जा सके। और संक्रमण को खत्म किया जाए।