भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस का संक्रमण किस माध्यम से फैल रहा है पता लगाना मुश्किल है। क्राइम ब्रांच के एडिशनल एसपी निश्चल झारिया का कहना है कि भोपाल पुलिस द्वारा अब तक 22,000 से ज्यादा लोगों को जांच के लिए भेजा जा चुका है। एक मामले में पॉजिटिव के हाथ से नीम की पत्तियां लेने के कारण दूसरे युवक को कोरोनावायरस का इंफेक्शन हो गया। शाहजहानाबाद क्षेत्र में सरकारी सार्वजनिक नल से मोहल्ले के कई लोग महामारी का शिकार हो गए।
लॉकडाउन का पालन करने के बाद भी युवक कोरोना पॉजिटिव हो गया
डीएसपी अदिति भावसार ने बताया कि लॉकडाउन में रहे एक व्यक्ति में कोरोना के लक्षण मिले। उसके घर से कहीं भी जाने के कोई प्रमाण भी नहीं मिले। काफी पूछताछ के बाद पता चला कि उसके घर के ऊपर की मंजिल पर रहने वाले युवक से उसने नीम की पत्तियां ली थीं। पत्तियां लेने के दो दिन बाद उसे युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
सिर्फ पानी भरने घर से बाहर गए थे, पॉजिटिव होकर लौटे
राजधानी के शाहजहांनाबाद क्षेत्र में एक परिवार ऐसा है जो सार्वजनिक नल से पानी भरता है। इनकी रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आई है। परिवार के एक सदस्य ने बताया कि उनका परिवार सार्वजनिक नल से पानी भरता है। जिस घर के पास नल लगा हुआ है। वहां लोग पॉजिटिव आए है। संभवतः इन्हीं से उन्हें संक्रमण हुआ है। उन्होंने बताया कि परिवार में नौ सदस्य है। इस वजह से घर में सभी को संक्रमण हो गया है। परिवार के सभी सदस्यों का कहना है कि वे सब्जी सहित अन्य सामाग्री लेने बाहर नहीं गए। वहीं सभी सदस्य सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे है। इसके बाद भी संक्रमण हो गया।
कोरोनावायरस की जांच करने वाली लैब संदेह के घेरे में
बाणगंगा क्षेत्र में रहने वाले कोरोना संक्रमित मरीज ने स्वास्थ्य विभाग की कोरोना संक्रमित रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि उनके घर के पास रहने वाला एक व्यक्ति 29 मई को संक्रमित निकला था। उसके दूसरे दिन सैंपल लिया गया। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। तीन दिन बाद क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया। वहां 4 जून को फिर सैंपल हुआ, वह रिपोर्ट भी निगेटिव आई। अब 10 जून को लिए गए सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। यह कैसे हो सकता है, जबकि क्वारंटाइन सेंटर में केवल 10 दिन ही रखने का नियम है। ऐसे में कोरोना संक्रमण तो खत्म हो जाना चाहिए। यह स्थिति एक दो नहीं बाणगंगा क्षेत्र के कई परिवारों के सदस्यों के साथ बनी है।