भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर ठहरने का नाम ही नहीं ले रहा है। मंत्रालय में नगरीय विकास एवं आवास विभाग में कार्यरत एक आउटसोर्स कर्मचारी की कोरोना से मौत हो गई। यह मौत रविवार को हुई है। इसके बाद से मंत्रालय कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। ये कर्मचारी उस दफ्तर का सील करने पर अड़े गए हैं, जिसमें कर्मचारी ड्यूटी के दौराना कोरोना पॉजिटिव हुआ था।
मंत्रालय कर्मचारी संघ ने विभाग को सील कर दिया। जिस कर्मचारी की मौत हुई है, वह एक उपसचिव के स्टाफ में ऑफिस ब्वॉय था। उसे 4 दिन से सांस लेने में तकलीफ थी। रविवार दोपहर जेपी अस्पताल पहुंचा। तब इनका ऑक्सीजन सेचुरेशन महज 30 प्रतिशत था। वहां से हमीदिया अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां हमीदिया पहुंचे। तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। कोरोना संदिग्ध होने से सैंपल लिया गया। सोमवार को उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
सोमवार को कर्मचारियों ने प्रमुख अधिकारियों को दो टूक कह दिया है कि सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया तो कामकाज बंद कर देंगे। लापरवाही की वजह से जान नहीं देंगे। यह भी कहा है कि जिस कर्मचारी की मौत हुई है, उसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए, क्योंकि पहले से कह रहे हैं कि कोरोना को लेकर मंत्रालय में सावधानियां नहीं बरती जा रही हैं। साथ ही मृतक के परिजनों को सभी तत्काल लाभ दिए जाएं।
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