CAR और BUS तो हमने देखी है। इनमें ड्राइवर के सामने लगने वाले कांच को विंडशील्ड कहते हैं। यह कांच आगे और पीछे दोनों तरफ लगाए जाते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कार में विंडशील्ड तिरछी होती है जबकि बस में लगभग सीधी होती है। सवाल यह है कि ऐसा क्यों होता है। यदि बात स्पीड की है तो VOLVO बस की स्पीड भी कार से कम नहीं होती। इस सवाल का जवाब जानने के लिए सबसे पहले हमें श्री शिवेंद्र सिंह चौहान के एक अध्ययन को समझना होगा।
विंडस्क्रीन क्या है
गाड़ी में लगने वाले शीशों को विंडस्क्रीन कहते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह गाड़ी चलाते समय तेज हवा यानी विंड को रोकते हैं। इसके अलावा यह उड़ने वाले कीड़े-मकोड़ो, धूल और कंकड़ों से भी बचाते हैं। कार के आगे वाले शीशे को फ्रंट विंडशील्ड और पीछे वाले को रीयर विंडशील्ड कहते हैं। समय के साथ विंडस्क्रीन का विज्ञान भी काफी तरक्की कर चुका है और अब यह महज हवा रोकने वाला शीशा नहीं बल्कि एक उच्च तकनीक वाली सेफ्टी डिवाइस है। आम तौर पर विंडशील्ड दो तरह के होते हैं – लैमिनेटेड और टेम्पर्ड।
लैमिनेटेड विंडशील्ड और टेम्पर्ड विंडशील्ड में क्या अंतर है
लैमिनेटेड विंडशील्ड शीशे के दो टुकड़े चिपका कर बनाई जाती है और इसके बीच में प्लास्टिक की एक परत होती है जिसकी वजह से यह इम्पैक्ट होने पर टूटकर बिखरता नहीं है। सेफ्टी के लिहाज से यह टेम्पर्ड विंडशील्ड से कई गुना बेहतर होती है जो साधारण शीशे की बनती है और इम्पैक्ट होने पर छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है। कानूनन सभी गाड़ियों में आगे की विंडस्क्रीन लैमिनेटेड ग्लास की ही होनी चाहिए जबकि विंडो तथा पीछे की विंडशील्ड टेम्पर्ड भी हो सकती है। दोनों में एक फर्क यह भी है कि मामूली नुकसान होने पर लैमिनेटेड विंडशील्ड की मरम्मत हो सकती है जबकि टैम्पर्ड विंडशील्ड में ऐसी गुंजाइश नहीं होती। लैमिनेटेड विंडस्क्रीन अल्ट्रावॉयलट किरणों से भी बचाते हैं।
अब आते हैं अपने सवाल पर
अब तक हम यह तो समझ ही चुके हैं कि आधुनिक जमाने में विंडशील्ड काफी मजबूत होती है। वह कितने भी हवा के प्रेशर से टूटने वाली नहीं है। कार में विंडशील्ड तिरछी इसलिए लगाई जाती है ताकि कार अपनी अधिकतम स्पीड न्यूनतम समय में प्राप्त कर सके। यानी पलक झपकते ही दौड़ लगाती हुई दिखाई दे। यदि विंडशील्ड को बस की तरह सीधा कर दिया जाएगा दो कार का यह गुण खत्म हो जाएगा। दूसरी बात यह कि तिरछी विंडशील्ड हवा को काटने का काम करती है और इससे ड्राइविंग स्मूथ और एवरेज थोड़ा अच्छा हो जाता है। बस में यदि हम विंडशील्ड को तिरछा कर भी देंगे तो उसके एवरेज पर कोई उल्लेखनीय असर नहीं पड़ेगा और यह तो आप भी नहीं चाहेंगे कि बस पलक झपकते ही दौड़ लगाती हुई दिखाई दे। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article
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