इंदौर। इंदौर शहर के राजवाड़ा में बिना अनुमति धरना दे रहे कांग्रेस पार्टी के विधायकों के सामने घुटने टेक कर बैठने वाले कार्यपालक मजिस्ट्रेट - SDM एवं उनके साथ मौजूद CSP को हटा दिया गया है। शनिवार देर शाम सोशल मीडिया पर इस मामले में काफी किरकिरी होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप दोनों अधिकारियों को हटा दिया गया। इसके अलावा प्रदर्शन में उपस्थित सभी कांग्रेसी विधायकों एवं नेताओं के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन करने के कारण धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज कर दिया गया है।
RAKESH SHARMA (SAS) को INDORE SDM के पद से हटाया
मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा रात करीब 10:00 जारी किए गए आदेश के अनुसार राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री राकेश शर्मा को अनुविभागीय अधिकारी/ डिप्टी कलेक्टर इंदौर के पद से हटाकर डिप्टी कलेक्टर, सामान्य प्रशासन विभाग (पूल) के पद पर पदस्थ किया गया है।
DK TIWARI (SPS) को CSP पंढरीनाथ के पद से हटाया
मध्य प्रदेश शासन के गृह विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी श्री डीके तिवारी को CSP पंढरीनाथ इंदौर के पद से तत्काल प्रभाव से हटा कर उप पुलिस अधीक्षक, पुलिस मुख्यालय, भोपाल के पद पर स्थानांतरित कर पदस्थ किया गया है।
मामला क्या है
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन के अवसर पर गरीब नागरिकों को अनाज एवं राशन वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में धारा 144 का उल्लंघन किया गया अतः सुदर्शन गुप्ता के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया। भाजपा नेता के खिलाफ राष्ट्रीय आपदा अधिनियम 2005 के उल्लंघन की कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी के विधायक जीतू पटवारी, विधायक संजय शुक्ला, विधायक विशाल पटेल और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल बिना अनुमति के राजवाड़ा पर धरने पर बैठ गए थे। कार्यपालक मजिस्ट्रेट होने के नाते एसडीएम श्री राकेश शर्मा पुलिस बल को लेकर कांग्रेस विधायकों का धरना समाप्त करवाने के लिए गए थे। बातचीत के दौरान श्री राकेश शर्मा जमीन पर घुटनों के बल बैठ गए क्योंकि सभी विधायक जमीन पर बैठे थे।