ज्यादातर युवा या लगभग सभी सरकारी नौकरी के लिए रेस लगा रहे हैं। यदि आप उनसे पूछेंगे कि उनके लिए सरकारी नौकरी इतनी इंपॉर्टेंट क्यों है तो सबके अपने-अपने उत्तर होंगे क्योंकि सबकी लाइफ में अलग-अलग प्राथमिकताएं होतीं हैं। लोग बोल सकते हैं कि सरकारी नौकरी अब आसानी से नही मिलती और जो चीज मुश्किल से मिले उसे पाने का मज़ा अलग होता है। या फिर क्योंकि इस कठिन दौर मे सरकारी नौकरी ही बची हैं।
परंतु सरकारी नौकरी मिलने पर अगर ऐसा सोच लिया कि अब तो लाइफ सेट हो गई तो ये गलत है। सरकारी नौकरी मिलने के बाद असली लड़ाई लड़ने की बारी आती है क्योंकि अब समाज की बुराइयों से लड़ना है और उन्हें दूर करना है। अगर सिर्फ पैसे कमाना है तो कोई भी जॉब की जा सकती है, मगर समाज मे कोई बदलाव लाना है तो सरकारी नौकरी करना चाहिए।
अक्सर लोग सरकारी नौकरी मिलने पर निष्क्रिय हो जाते हैं और सोचते है कि अब तो कोई नौकरी से हटा नही सकता। फिर धीरे-धीरे उनका चरित्र आलसी होने लगा है वो काम से बचने के बहाने ढूँढने लगते हैं। अगर सरकारी नौकरी आराम के लिए चाहिए तो गलत है। पूरी क्षमता के साथ काम करने की सोच है तो ही सरकारी नौकरी मैं जाएं क्योंकि देश को तरक्की के लिए काम वाले लोग ही चाहिए।
लेखक श्रीमती शैली शर्मा ने एम.एस.सी. वनस्पति विज्ञान मैं मास्टर डिग्री की है।