दक्षिण बिहार का एक खूबसूरत जिला है नवादा। यहां एक पहाड़ पर एक साथ 11 शिवलिंग स्थापित किए गए हैं। कोई विशाल मंदिर नहीं है। सभी शिवलिंग की पूजा साल में सिर्फ एक बार होती है। मंदिर क्यों नहीं बनाया गया इसके पीछे भी एक चमत्कारी कथा है।
कई बार मंदिर बनाने का प्रयास किया लेकिन हर बार ध्वस्त हो गया
ये 11 शिवलिंग नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड के धनवा गांव के पहाड़ पर स्थित हैं। कहा जाता है कि यहां भोलेनाथ को खुला वातावरण ही पसंद है। बुजुर्ग बताते हैं काफी पहले कई बार यहां मंदिर बनाने की कोशिश की गई लेकिन सुबह होते ही ढांचा अपने आप ध्वस्त हो गया। इसीलिए लोगों ने यहां मंदिर बनाने का विचार ही छोड़ दिया।
प्रत्येक शिवलिंग में एक नई छवि दिखाई देती है
एक और विशेषता इस शिवलिंग समूह के साथ जुड़ी हुई है और वो ये कि साल में सिर्फ एक दिन ही यहां पूजा होती है और वो दिन होता है महाशिवरात्रि का। इन ग्यारह शिवलिंगों में एक में तो भगवान शंकर, माता पार्वती, गणेश और कार्तिकेय की छवि भी दिखती है।