देशभर के लगभग सभी एजुकेशन बोर्ड ने 12वीं- हायर सेकेंडरी स्कूल के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। इसी के साथ उन स्टूडेंट्स के साथ प्रताड़ना और डिप्रेशन का दौर शुरू हो गया है जिनके नंबर या तो काम आए हैं या फिर वह फेल हो गए हैं लेकिन क्या आप जानते हैं 12th की मार्कशीट कैरियर का रास्ता बता सकती है लेकिन मंजिल नहीं होती। 12वीं में फेल होने वाले स्टूडेंट्स भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर बन सकते हैं। नितिन सांगवान की कहानी कोई लीजिए, उन्होंने तो अपनी मार्कशीट तक शेयर की है:-
जिंदगी में मार्कशीट पर लिखे नंबर ही सब कुछ नहीं हैं और किसी व्यक्ति की सफलता उसके अंकों से नहीं आंकी जानी चाहिए। नितिन सांगवान नाम के एक आईएस अधिकारी ने साल 2002 की अपनी 12वीं की मार्कशीट ट्वीटर पर शेयर की है और लिखा, 'मेरी 12वीं की परीक्षा में मुझे रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) में 24 अंक मिले थे, पासिंग नंबर से सिर्फ एक अधिक लेकिन उसने यह तय नहीं किया कि मैं अपने जीवन से क्या चाहता था। अंकों के बोझ में बच्चों को मत दबाओ, जिंदगी बोर्ड के परिणामों की तुलना में बहुत बड़ी है। परिणामों को आत्मनिरीक्षण के तौर पर देखें आलोचना के लिए नहीं।'
देखते ही देखते सांगवान का यह ट्वीट वायरल हो गया। समाचार लिखे जाने तक जिसे 47 हजार से अधिक लाइक और 12 हजार से ज्यादा रिट्वीट मिले हैं। लोग इस पोस्ट की जमकर तारीफ कर रहे हैं और इसे महत्वपूर्ण बता रहे हैं।
बता दें कि नितिन सांगवान ने आईआईटी मद्रास से एमबीए किया और फिर इंफोसिस में नौकरी के दौरान सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की। इसके बाद उन्होंने 2015 में 28वीं रैंक हासिल की और इस वक्त अहमदाबाद नगर निगम में उप नगर आयुक्त के पद पर तैनात हैं।
In my 12th exams, I got 24 marks in Chemistry - just 1 mark above passing marks. But that didn't decide what I wanted from my life— Nitin Sangwan, IAS (@nitinsangwan) July 13, 2020
Don't bog down kids with burden of marks
Life is much more than board results
Let results be an opportunity for introspection & not for criticism pic.twitter.com/wPNoh9A616