नई दिल्ली। कोरोनावायरस को खत्म करने के तमाम प्रयास किए जा चुके हैं। अर्थव्यवस्था की जड़ें हिला देने वाले लॉकडाउन के बावजूद कोरोनावायरस का संक्रमण कम नहीं हुआ। अब तो ऐसा लगने लगा है जैसे शेष बची सारी जिंदगी कोरोनावायरस के खतरे के बीच ही बितानी होगी और शायद ही कोई भाग्यशाली हो जो अपनी पूरी आयु बिना संक्रमण के जीवित रह सकेगा। इस घोर निराशा के बीच CDC AMERICA- सेंटर्स डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन, अमेरिका का राहत देने वाला बयान सामने आया है।
सिर्फ मास्क ही कोरोनावायरस को खत्म कर सकता है: CDC AMERICA
एक इंटरव्यू में CDC के निदेशक डॉ. रॉबरर्ट रेडफील्ड ने कहा, 'मेरे अगर हम अभी से अच्छी तरह मास्क पहनना शुरू कर दें तो 4, 6 या 8 सप्ताह के अंदर हम इस महामारी पर नियंत्रण पा लेंगे।' वायरस को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसफर होने से रोकना है। बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामले अमेरिका में सबसे ज्यादा हैं। यहां 35 लाख से भी ज्यादा लोग इस महमारी का शिकार हो चुके हैं।
कोरोनावायरस से अब तक 5.74 लाख लोगों की मौत
CDC और WHO दोनों संगठन लोगों से मास्क पहनने की अपील की है ताकि कोरोना की रफ्तार को कम किया जा सके। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक मंगलवार तक 1 करोड़ 30 लाख से भी ज्यादा इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 5 लाख 74 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
मास्क को शरीर का अभिन्न अंग बना लीजिए: रेडफील्ड
रेडफील्ड ने कहा, 'हमें इस बात को स्पष्ट समझना होगा कि मास्क पहनना अब बहुत जरूरी हो गया है।' वैज्ञानिकों का दावा है कि यह वायरस रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स के जरिए फैलता है। ये ड्रॉपलेट संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकेने से बाहर आते हैं।
घनी आबादी और बंद जगहों पर संक्रमण का खतरा ज्यादा: WHO
कई स्टडीज में दावा किया जा चुका है कि मास्क पहनने से इन ड्रॉपलेट्स की रफ्तार को कम किया जा सकता है। कुछ शोधकर्ता तो इन्हें एरोसोलाइज्ड ड्रॉपलेट्स भी कह रहे हैं, यानी ऐसे वायरस जिसके पार्टिकल्स हवा में भी संक्रमण फैला सकते हैं। पिछले सप्ताह WHO ने कहा था कि हवा में संक्रमण फैलने का खतरा बंद जगहों पर ज्यादा हो सकता है। हालांकि इस बारे में अभी और रिसर्च करने की जरूरत है। अगर यह वायरस वाकई हवा में लोगों को शिकार बना रहे है तो संक्रमण को रोकने के लिए मास्क अधिक महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।