राजा मानसिंह ने CM का हेलीकॉप्टर तोड़ दिया था, पुलिस ने राजा को गोलियों से भून दिया था: 35 साल बाद कोर्ट का फैसला

Bhopal Samachar
नई दिल्ली। भारत की राजनीति के इतिहास में दर्ज राजस्थान के राजा मान सिंह फर्जी एनकाउंटर केस में डीएसपी कान सिंह भाटी सहित 11 पुलिस कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। 3 आरोपियों को कोर्ट ने बरी कर दिया है। यह एक पॉलिटिकल किलिंग थी जिसे पुलिस एनकाउंटर दर्ज किया गया था। यह प्रकरण राजनीति में पद के दुरुपयोग के सशक्त उदाहरण के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। 

मामला क्या है: राजा मान सिंह ने मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर तोड़ दिया था


बात सन 1985 की है। राजा मान सिंह डीग विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे। राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री शिवचरण माथुर उनके खिलाफ चुनावी सभा को संबोधित करने आए थे। राजा मानसिंह ने अपनी जीप से टक्कर मारकर उनका हेलीकॉप्टर तोड़ दिया था। इसके अलावा उनके मंच को भी नुकसान पहुंचाया था। इस घटना के दूसरे दिन 21 फरवरी 1985 को जब राजा मानसिंह चुनाव प्रचार करके वापस लौट रहे थे तब डीग थाने के सामने डीएसपी कान सिंह भाटी ने करीब 17-18 पुलिस कर्मचारियों के साथ राजा मानसिंह को घेर लिया और ताबड़तोड़ फायरिंग कर डाली। जिसमें राजा मान सिंह के अलावा सुमेर सिंह और हरी सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस घटना को एनकाउंटर के रूप में दर्ज करके केस क्लोज कर दिया था।

सीबीआई जांच के बाद आरोप पत्र दाखिल हुए थे 


राजनीतिक हत्याकांड होने के कारण मामले ने तूल पकड़ लिया। अंततः सीबीआई को मामले की निष्पक्ष जांच के लिए बुलाया गया। सीबीआई ने जयपुर न्यायालय में दाखिल किया। इसके बाद साल 1990 से मथुरा कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई चल रही है। इसमें सीओ कान सिंह भाटी, एसएचओ वीरेंद्र सिंह समेत 14 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया था। मामले की सुनवाई राजस्थान के बाहर मथुरा के न्यायालय में कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था।  तब से इस मामले में अब तक करीब 78 बार गवाही हुई। इस मामले में तीन अभियुक्तों की मौत हो चुकी है।

राजा मानसिंह की लोकप्रियता

1946-47 में भरतपुर रियासत के मंत्री बने।
1947 में रियासत का झंडा उतारने का विरोध किया तथा राष्ट्रीय ध्वज फहराने वालों को जेल से मुक्ति दिलाई।
सन् 1952 में प्रथम बार विधानसभा में निर्दलीय विधायक निर्वाचित हुए। 
1952 से 1984 तक लगातार सातवीं विधानसभा तक निर्दलिय विधायक रहे।

21 जुलाई को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक केपी सिंह, डॉ नरोत्तम मिश्रा से मिले: कमलनाथ के किले में बड़ी दरार
जब मोबाइल 100% चार्ज हो जाता है तो चार्जर ऑटोमेटिक ऑफ क्यों नहीं होता
मिस्र देश की रानियां कभी बूढ़ी क्यों नहीं होती थी, क्या उनके पास कोई फार्मूला था
मध्यप्रदेश की भर्ती परीक्षाओं में लागू आरक्षण अधिनियम निष्प्रभावी है
UGC COLLEGE EXAM: भारत की 560 यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यक्रम बनाया
क्या कर्मचारी के वेतनमान/पे स्केल में किसी भी प्रकार की घटोत्री की जा सकती है
संपत्ति अधिग्रहण का शारीरिक विरोध आईपीसी में अपराध माना गया है
कोरोना पॉजिटिव को काटकर उड़ा मच्छर यदि आम इंसान को काट ले तो क्या वह भी पॉजिटिव हो जाएगा, पढ़िए
मध्य प्रदेश के सरकारी ऑफिसों में 33-50% का फार्मूला, प्राइवेट ऑफिस 7 दिन बंद होंगे
प्रिय शिवराज, मेरी OBC आरक्षण की लड़ाई अब आपको लड़नी है: कमलनाथ
पशुपालक किसानों के लिए KCC: 1.80 लाख का लोन, बिना गारंटी के लिए KCC: 1.80 लाख का लोन, बिना गारंटी
मध्यप्रदेश में कोरोना बढ़े या घटे, उपचुनाव सितंबर लास्ट तक हो जाएंगे: चुनाव आयोग
मध्यप्रदेश में रात 8:00 बजे से कर्फ्यू, कोरोना कंट्रोल के लिए सख्त कदम शुरू
राखी में रेशम के धागों की मान्यता क्यों है क्या कोई लॉजिक है या बस पंडित जी ने कह दिया इसलिए!
पिछड़ा वर्ग 27% आरक्षण के लिए हाईकोर्ट में कांग्रेस अपने वकील भेजेगी
मध्य प्रदेश कोरोना: 15 जिलों में महामारी, 52 जिले संक्रमित
जबलपुर में कोरोना वाले कमिश्नर के यहां शादी में गए सभी अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही होगी
मध्य प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में 2 दिन का लॉकडाउन

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!