ग्वालियर। ग्वालियर के कुछ नागरिक किसी भी कीमत पर सुधरने के लिए तैयार नहीं है। शहर के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। संक्रमित नागरिकों (एक्टिव केस) की संख्या 100 से ज्यादा हो गई है। बावजूद इसके लोग गाइडलाइन का पालन करने तैयार नहीं है। कलेक्टर ने शनिवार-रविवार को लॉक डाउन की घोषणा की तो शुक्रवार को बाजार में अचानक भीड़ बढ़ गई है। लोग जान जोखिम में डालकर पता नहीं क्या खरीदने आए थे।
जनरल स्टोर से लेकर किराने के खरीददारी लोग इसलिए कर रहे हैं कि कहीं ऐसा न हो लॉकडाउन आगे बढ़ जाए। सब्जी मड़ी खुलेगी या नहीं, इसे लेकर असमजस्य है। सब्जी मंड़ी में भी खासी भीड़ देखने को मिली। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शनिवार और रविवार को बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे। इस दौरान जरूरत का सामान खरीदने के लिए राहत दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। इस दौरान सब्जी मंडी खोली जाएगी या नहीं इसे लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ है, जिसके चलते शुक्रवार को शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंड़ी लक्ष्मीगंज में गुरूवार की दरमियानी रात से ही खरीदारों की भीड़ लगना शुरू हो गई।
शहरभर में सब्जी बेचने वाले 5 से 10 किलो सब्जी रोज खरीदकर लाते थे वह आज बोरियां और कट्टे खरीद रहे थे। वहीं शहर में रहने वाले कई लोग भी मंडी सब्जी लेने पहुंचे। इससे लॉकडाउन के दौरान उन्हें महंगी सब्जी नहीं खरीदना पड़े। आलम यह था कि भीड़ होने के कारण शरीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा था।
बाजारों में भी दिखी भीड़
दो दिन तक छोटी-बड़ी किराना की दुकानों से लेकर जनरल स्टोर, कपड़े की दुकाने पूरी तरह से बंद रहेंगी। बाजार बंद को देखते हुए कई लोग खरीददारी करने के लिए शुक्रवार की सुबह से ही बाजारों में पहुंचना शुरू हो गए थे। दाल बाजार में किराना खरीदने सबसे ज्यादा भीड़ देखी गई तो वहीं जिन लोगों को जरूरत का सामान खरीदना था वह भी आज सुबह से ही सामान का संग्रह करते नजर आए। गली-मौहल्लों में किराना और जनरल स्टोर वाले दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों पर माल का स्टोर करके रख रहे हैं। इससे लॉकडाउन की अवधि में मुनाफा कमाया जा सके।