इंदौर। सोशल मीडिया पर कोरोनावायरस से पीड़ित व्यक्ति का वीडियो वायरल हुआ है। मरीज बता रहा है कि वह इंडेक्स अस्पताल में भर्ती है। उसके साथ कुछ लोग और भी हैं। सभी लोगों को कोई बीमारी नहीं है। सभी सामान्य है, फिर भी भर्ती कर लिया गया है। मरीजों से फीस वसूली जा रही है। (मामला गंभीर है क्योंकि कोरोनावायरस पीड़ित नागरिकों के इलाज का पैसा सरकार द्वारा चुकता किया जा रहा है, मरीजों से फीस वसूली का प्रावधान नहीं है।)
वीडियो में मनोज कुमार के साथ कई अन्य लोगों ने भी इंडेक्स अस्पताल पर आरोप लगाए
इंडेक्स अस्पताल में भर्ती मनोज कुमार जैन नामक कोरोना पॉजिटिव मरीज का बनाया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में जैन कहते हैं कि उन्हें ना तो सर्दी है, ना खांसी और ना ही बुखार आया। फिर भी उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताकर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। यहां भर्ती अधिकांश लोगों को कुछ नहीं हुआ है लेकिन सबकों भर्ती कर रखा है और उनसे तगड़ी फीस वसूली जा रही है। वीडियो में कोरोना पॉजिटिव तमन्ना, सपना लकड़े, रीता पांचाल और कई अन्य लोगों ने भी अपने आपको स्वस्थ बताते हुए अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सीएमएचओ ने सिर्फ बयान दिया: जांच की बात नहीं की
मामले में सीएमएचओ डॉक्टर प्रवीण जड़िया का कहना है कि अस्पताल में किसी मरीज से कोई पैसा नहीं लिया जाता। सरकार इनके इलाज का पैसा देती है। मरीजों का यह कहना गलत है कि उन्हें बगैर किसी वजह के अस्पताल में भर्ती कर रखा गया है। जिन्हें भर्ती किया गया है उनका कोरोना टेस्ट हुआ था, रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर अस्पताल में भर्ती किया गया। चूंकि ये मरीज बिना लक्षण वाले हैं इसलिए उन्हें ऐसा लग रहा है कि बेवजह भर्ती किया गया है।