भोपाल। यह तो हद हो गई, कोरोनावायरस के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए सरकार ने प्राइमरी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं परंतु राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने 'हमारा घर-हमारा विद्यालय अभियान' के नाम पर घर-घर में स्कूल लगवा दिए। अभियान को सफल बताते हुए जिस प्रकार के फोटो और वीडियो प्राप्त हो रहे हैं, कहने में कोई संकोच नहीं की यह अभियान जानलेवा हो सकता है।
आज से ही शुरू हुआ है मेरा घर मेरा विद्यालय अभियान
राज्य शिक्षा केंद्र ने दिनांक 6 जुलाई 2020 से मध्यप्रदेश में मेरा घर मेरा स्कूल अभियान शुरू किया है। इसके तहत प्राइमरी के स्टूडेंट्स अपने आसपास के घरों में और जमा होंगे और सरकार की ऑनलाइन क्लास अटेंड करेंगे। गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। बच्चे मास्क लगाएंगे और इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी स्थिति में कोरोनावायरस का संक्रमण न फैले। लेकिन जब शुभारंभ हुआ तो सब गुड गोबर हो गया।
इतनी रिस्क तो प्राइवेट स्कूल वाले नहीं ले रहे
राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों ने अपने मैदानी कर्मचारियों को मेरा घर मेरा स्कूल अभियान के लिए कोई ट्रेनिंग नहीं दी। नतीजा सामने है। आज 1 दिन के क्लास में कितना संक्रमण फैला होगा, इसका पता आने वाले 10 दिनों में चलेगा लेकिन इतना गारंटी के साथ कहा जा सकता है कि मेरा घर मेरा स्कूल अभियान ना केवल 100% फेल हो गया है। बल्कि जानलेवा नजर आने लगा है।
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