भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह सरकार के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार का समय आ गया है। श्री विनय सहस्त्रबुद्धे दिल्ली से भोपाल पहुंच चुके हैं। उनके पास केंद्रीय नेतृत्व द्वारा फाइनल की गई लिस्ट है। इधर मीडिया में संभावित मंत्रियों की एक लिस्ट लीक कर दी गई है। बताया जा रहा है कि गुरुवार दिनांक 2 जुलाई 2020 को ज्योतिरादित्य सिंधिया की टीम से 10 मंत्री एवं शेष भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय किए गए नाम है। इनमें कुछ नाम वह भी है जिनकी सिफारिश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी।
मध्य प्रदेश के संभावित मंत्रियों के नाम
इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न तोमर, प्रभुराम चौधरी, राज्यवर्धन सिंह, हरदीप डंग, बिसाहूलाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव, ओपी एस भदौरिया ये सारे सिंधिया के सुझाये नाम हैं. शिवराज ने जिन नामों को आगे किया है वो हैं गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, अरविंद भदौरिया, यशोधरा राजे सिंधिया, मोहन यादव, चेतन्य कश्यप, रामेश्वर शर्मा, गिरीश गौतम, देवी सिंह सैयाम, नंदनी मरावी, उपा ठाकुर, विप्णु खत्री, प्रेमसिंह पटेल, संजय पाठक, यशपाल सिसोदिया। इस लिस्ट में आखिरी मौके तक बदलाव होना संभव है।
क्यों लीक हो जाती है संभावित मंत्रियों की लिस्ट
दरअसल, यह एक राजनीतिक सूझबूझ है। लिस्ट को ना तो चुराया जाता है और ना ही किसी कार्यकर्ता द्वारा गुपचुप तरीके से मीडिया तक पहुंचाया जाता है बल्कि वरिष्ठ स्तर के नेता अपने विश्वासपात्र पत्रकार को कुछ नाम प्लस-माइनस करके बता देते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि शपथ ग्रहण समारोह से पहले सभी प्रकार के दावे आपत्तियों पर विचार किया जा सके। भारतीय जनता पार्टी में शपथ ग्रहण समारोह के बाद किसी भी प्रकार के विवाद के लिए कोई गुंजाइश नहीं रखी जाती।