श्रीमती शैली शर्मा। सामान्य भाषा में समझे तो ऐसे समस्त पदार्थ जो स्वाद में खट्टे होते हैं, अम्ल कहलाते हैं। परंतु यदि रसायन विज्ञान की भाषा में समझें तो अम्ल ऐसे पदार्थ या यौगिक हैं जो जल में घुल कर हाइड्रोजन आयन (H+) देते हैं क्या आप जानते हैं मनुष्य के पेट में एक ऐसा अम्ल भी होता है जो ज्वालामुखी में पाया जाता है। जो लोहे की कील को गला देता है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस अम्ल से पेट को कोई नुकसान नहीं होता। अपन इसके बारे में चर्चा करेंगे परंतु उससे पहले इन बातों को समझिए।
प्राकृतिक अम्ल क्या है? / Naturally occurring acid list
ऐसे अम्ल जिन्हें किसी प्राकृतिक स्रोत से प्राप्त किया जाता है, प्राकृतिक अम्ल कहलाते हैं। इन्हीं को कार्बनिक अम्ल या ऑर्गेनिक एसिड कहा जाता है। चूँकि पृथ्वी पर जीवित सभी जीव (पेड़ -पौधे तथा जीव -जंतु) कार्बन से ही बने होते हैं एवं उनके शरीर में मुख्य रूप से कार्बन ही पाया जाता है। अतः उनसे प्राप्त होने वाला अम्ल कार्बनिक अम्ल या प्राकृतिक अम्ल कहलाता है। क्या आप जानते हैं मनुष्य के पेट में एक ऐसा अम्ल भी होता है जो ज्वालामुखी में पाया जाता है। जो लोहे की कील को गला देता है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस अम्ल से पेट को कोई नुकसान नहीं होता।
मुख्य रूप से पाए जाने वाले प्राकृतिक अम्ल और उनके स्रोत
अम्ल का नाम स्रोत
1.एसिटिक अम्ल ~ सिरका फलों के रस से
**विनेगर मैं 4-8% एसिटिक अम्ल होता है
2 बैन्जोइक अम्ल~ घास, पत्तों में
3.साइट्रिक अम्ल ~ खट्टे फलों में
4•फार्मिक अम्ल ~लाल चीटियों मैं , बिच्छू के डंक में
5 ग्लूटामिक अम्ल ~गे हूं मैं
6.ऑक्जेलिक अम्ल ~ टमाटर में
7.लैक्टिक एसिड~ दूध में
8 Tartaric अम्ल~इमली में
# pH scale- इसके द्वारा पदार्थों की अम्लीयता एवं क्षारीयता की जांच की जाती है| इस स्केल में 0 से 14 तक अंक होते हैं|
उदासीन विलयन का pH~7
अम्लीय विलयन का PH ~7 से कम
क्षारीय विलयन का पीएच ~7 से अधिक होता है|
विचित्र किंतु सत्य: Hcl (Hydrochloric acid) -अप्राकृतिक अम्ल
1.ज्वालामुखी गैसों में पाया जाने वाला हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मनुष्य शरीर के आमाशय (stomach) में भी पाया जाता है जो कि एक महत्वपूर्ण पाचक रस है। अगर इसमें लोहे की कील को डाल दिया जाए तो लोहे की कील गल जाएगी परंतु मनुष्य के आमाशय को नुकसान नहीं होता। क्योंकि मनुष्य के आमाशय में श्लेष्मा झिल्ली या म्यूकस लेयर पाई जाती है जो अमाशय की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से रक्षा करती है।
2. जब किसी कारण से पाचन कार्य सही ढंग से नहीं होता पेट में जलन व दर्द का कारण बनता है इसके उपचार के लिए एंटासिड का उपयोग करना चाहिए।
😍वैसे एक ऐसा पेट दर्द भी है जिसका पता आज तक दुनिया भर भर के साइंटिस्ट भी नहीं लगा पाए और वह पेट दर्द है जब स्कूल जाने का मन ना हो|
3. जब चींटी काटे तो तुरंत कोई एंटासिड का उपयोग करें
एंटासिड ऐसे पदार्थ जो एसिड के प्रभाव को खत्म कर देते हैं जिन्हे क्षार (base) कहा जाता है सामान्यता घर में पाया जाने वाला खाने का सोडा एंटासिड होता है। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)
लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्य प्रदेश के विदिशा में विज्ञान विषय की शिक्षक हैं।
लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्य प्रदेश के विदिशा में विज्ञान विषय की शिक्षक हैं।