प्रकृति में सिर्फ मनुष्यों की आइब्रो क्यों होती हैं, जानवरों की क्यों नहीं होती ? / #सरलSCIENCE

Bhopal Samachar
श्रीमती शैली शर्मा। Eyebrows से तो सभी परिचित होंगे इनका रूप, रंग तथा आकार विभिन्न बातों का संकेत देता है जैसे आत्मविश्वास, योग्यता, स्वभाव आदि। परंतु सवाल यह है कि आइब्रो सिर्फ मनुष्य में ही क्यों पाई जाती हैं अन्य प्राणियों जैसे पक्षी या जानवरों में क्यों नहीं? आइये इसको जानने का प्रयास करते है: 

इसको जानने के लिए मनुष्य का वर्गीकरण (classification) जानना होगा। मनुष्य स्तनपाई (mammals) प्राणियों में सर्वोच्च श्रेणी का जीव है। जीवों का ऐसा समूह जिसमें Monkey, apes, lemurs आदि आते हैं प्राइमेट्स कहलाते हैं।

मनुष्यों में पहले आइब्रो नहीं होतीं थीं

जब मनुष्य का विकास (evolution) हुआ तो उसमें कई प्रकार के परिवर्तन आए। कई प्रकार के अवशेषी अंग या (vestigial organs) या तो समाप्त हो गए या या उनका आकार बहुत छोटा हो गया। जैसे vermi form appendix, पूँछ, बाहरी कर्ण आदि। इसी क्रम में आइब्रोज भी आ गई जो कि विकास की प्रक्रिया का बहुत ही आवश्यक कदम था।

 मनुष्य मैं आइब्रोज की उपयोगिता 

😆😆आज के फैशन के दौर में आइब्रोज सुंदरता का एक सिंबल बन चुकी हैं |⚡️⚡️ बिना आइब्रोज के हम अपने चेहरे की कल्पना भी नहीं कर सकते। सुंदरता बढ़ाने के साथ-साथ यह चेहरे के हाव भाव यानी फैसियल एक्सप्रेशंस (facial expressions) को दिखाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अभिनय जगत में इसकी उपयोगिता को कोई भी नकार नहीं सकता।

Eyebrows की उपयोगिता का वैज्ञानिक कारण

चूँकि मनुष्य की आंखें बहुत ही नाजुक संवेदी अंग या (sense organ) हैं। इनकी सुरक्षा के लिए पलक यानी (eyelid), पलक पर उपस्थित बाल यानी (eyelashes) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं की आईब्रो के होने की वजह से हमारी आंखों तक सूर्य की रोशनी सीधे नहीं पहुंच पाती। जिससे हमारी आंखों की रक्षा होती है।

Eyebrows के बाल काला होना भी सुरक्षा का ही एक कारण है क्योंकि काला रंग अधिक से अधिक से अधिक प्रकाश को अवशोषित करता है और देर में ठंडा होने देता है जिससे हमारी आंखें सूर्य की तेज रोशनी से बची रहती हैं। इसके अतिरिक्त आइब्रोज पसीना, पानी तथा अन्य हानिकारक अशुद्धियों को भी आंखों के अंदर जाने से रोकती हैं।

अब इसे रोजमर्रा की जिंदगी से जोड़ कर देखें

तो यह ठीक उसी प्रकार काम करता है जैसे ज्यादा बारिश के पानी को रोकने के लिए rainshed का आगे का हिस्सा काम करता है या तेज़ धूप से बचने के लिए sunshed काम  करता है। उसी प्रकार eyebrows हमारी आंखों को सूर्य की किरणों के हानिकारक प्रभाव से बचाती हैं।
अन्य जानवरों में इनके  स्थान पर बालों का बना हुआ फर, सींग, spike या काँटे आदि पाये जाते हैं। जो इनकी विभिन्न प्रकार से रक्षा करते हैं।
लेखक श्रीमती शैली शर्मा मध्यप्रदेश के विदिशा में साइंस की टीचर हैं। (Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)

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