जबलपुर। मध्य प्रदेश में कोरोना काल में निजी एवं सरकारी कर्मचारी आर्थिक संकट झेल रहे हैं प्राइवेट कर्मचारियों को ही नहीं बल्कि सरकारी कर्मचारियों को भी वेतन के लाले पड़ने लगे हैं। वेटरनरी विश्वविद्यालय में इसका असर दिखने लगा है।
विवि के दो हजार से ज्यादा प्रोफेसर और कर्मचारियों को पिछले दो माह से प्रदेश सरकार से वेतन का बजट नहीं मिला है। हालांकि विवि प्रशासन ने किसी तरह अपने निजी बजट से जून का वेतन प्रोफेसर और कर्मचारियों को बांट दिया। जुलाई में हालात सुधारने की बजाए और बिगड़ गए, जिस वजह से विवि में जुलाई का वेतन अब तक नहीं बांटा गया है।
विवि के कुलसचिव डॉ.विनोद प्यासी ने बताया कि मध्यप्रदेश के पशुपालन विभाग से सिर्फ अप्रैल और मई का वेतन बजट मिला था, जिसे बांट दिया गया। जून और जुलाई का बजट आना था, लेकिन नहीं आया। विवि के दूसरे बजट से जून का वेतन तो दे दिया, लेकिन अब विवि के पास जुलाई का वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं हैं। सरकार की ओर से राशि आने के बाद ही वेतन बांटा जा सकेगा। इधर वेतन न मिलने से तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के आर्थिक हालात खराब होने लगे हैं।