भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के 2 प्राचीन मंदिरों की दान पेटी से तीन करोड़ रुपए मूल्य का सोना गायब हो गया है। गायब हुए गोल्ड का वजन करीब 9 किलो बताया गया है। दोनों मंदिरों का संचालन एक ही समिति करती है। समिति के सदस्यों ने गोविंदपुरा पुलिस थाने में लिखित शिकायत प्रस्तुत करके समिति अध्यक्ष पर सोना गायब करने का आरोप लगाया है। मामले में पुलिस इन्वेस्टिगेशन शुरू हो गई है।
भोपाल में मलयाली समाज के मंदिरों से सोना गायब या फिर घोटाला
राजधानी में मलयाली समाज का अय्यप्पा मंदिर पिपलानी में स्थित है और गुरुवायुर कृष्ण मंदिर खजूरी कला में स्थित है। यह दोनों मंदिर के अध्यक्ष एक ही है । वह 23 साल से अय्यप्पा मंदिर में अध्यक्ष बने हुए हैं साथ ही पिछले 13 साल से खजूरी कला कृष्ण मंदिर गुरुवायुर में भी अध्यक्ष हैं। सदस्यों का कहना है कि दोनों ही जगह सोसाइटी के नियमों को ताक में रखकर बिना चुनाव के खुद को अध्यक्ष घोषित कर दिया जाता है।
मलयाली समाज में सोना दान करने का है रिवाज
मलयाली समाज में त्योहार में नकदी के साथ-साथ सोना भी दान करने की परम्परा है। कोई भी त्योहार आता है तो मलयाली समाज के लोग मंदिर में सोना चांदी जरूर दान करते हैं लेकिन मंदिर की बैलेंस सीट की मानें तो अभी तक सोना चढ़ा ही नहीं है।
दोनों मंदिरों में लगभग 9 किलो सोना चढ़ाया गया था: सतीश अरोरा
आज तक इस स्वयंभू अध्यक्ष ने मंदिर में दान दिए हुए सोने का कभी भी हिसाब लोगों को नहीं बताया। अगर हम कम से कम भी समझे तो दोनों मंदिर में 8-9 किलो सोना दोनों मंदिर में होना चाहिए लेकिन दोनों मंदिरों की बैलेंस शीट में इसको कहीं भी दर्शाया नहीं गया। सतीश अरोरा, मंदिर समिति के सदस्य
ये लोग चुनाव हार गए हैं इसलिए बदनाम कर रहे हैं: एसए पिल्लई
मंदिर समिति के 99 प्रतिशत लोग मुझें पसंद करते है इसलिए अध्यक्ष बना देते है ये लोग चुनाव हार गए हैं इसलिए बदनाम कर रहे हैं। मंदिर में कभी इतनी कमाई आई ही नहीं कि करोड़ों की बात की जाय। कृष्ण मंदिर मे तो रोजाना 30 से 40 रुपए आते हैं । अयप्पा मंदिर में भी कम ही चढ़ावा चढ़ताा है। एसए पिल्लई अध्यक्ष अयप्पा मंदिर और श्रीकृष्ण मंदिर
टीआई मामले की जांच कर रहे हैं: सीएसपी जायसवाल
अयप्पा् मंदिर और श्रीकृष्ण मंदिर दोनों मंदिर के अध्यक्ष के खिलाफ सोना हेराफेरी की शिकायत मिली है। उसकी जांच के लिए टीआई को शिकायत दी है। अब इसकी जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा होगा कि सदस्य जो आरोप लगा रहे हैं उनमें कितनी सच्चाई है। अंकित जायसवाल, गोविंदपुरा सीएसपी