ग्वालियर। बीते सप्ताह तक चिंता का कारण बने तिघरा डैम से अब अच्छे संकेत मिलने लगे हैं, कैचमेंट एरिया में जारी रुक-रुककर बरसात के चलते तिघरा का जल स्तर तेजी से बढऩे लगा है और सोमवार को यह 734.80 फुट पर पहुंच गया, यानि आज से पूरे 315 दिन का पानी तिघरा में पहुंच चुका है। जिससे आने वाले साल के 10 जुलाई तक शहर को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। वहीं जिस तरह के हालात बन रहे हैं उसके बाद तो यह साफ होने लगा है कि जल्द ही डैम फुल हो जाएगा और अगले मानसून तक पानी का कोई संकट नहीं रहेगा। वैसे भी जून से मानसून की शुरुआत हो जाती है।
ऐसे समझें तिघरा का समीकरण
शहर में जल प्रदाय के प्रमुख स्त्रोत तिघरा की कुल जल क्षमता 740 फुट है, लेकिन इसके पुराना हो जाने व कई जगह दरार और भीतर सिल्ट जम जाने के कारण इसे केवल 738 फुट ही भरा जाता है, बीते साल देर से ही सही, लेकिन अच्छी बरसात होने के बाद यह लबालब था, परंतु इस साल कमजोर मानसून के चलते अवर्षा के हालात बनने के साथ ही इसका जल स्तर तेजी से कम होने लगा था, जिसने चिंता बढ़ा दी थी, इसकी एक बड़ी वजह यह भी रही कि इसके कैचमेंट एरिया में पानी नहीं गिरा, यहीं से पानी तिघरा में पहुंचता है। ऐसे में हर रोज तिघरा से 10 एमसीएफटी पानी कम हो रहा था, लेकिन अब यह जल स्तर बढऩे लगा है., यह अच्छे संकेत हैं।
729.0 फुट रह गया था पानी
बारिश न होने के कारण तिघरा का जल स्तर 738 से घटकर 729 फुट रह गया था, तब चिंता बढऩे लगी थी, लगभग एक पखवाड़े पहले हल्की बरसात के बाद कुछ अच्छे संकेत मिलने लगे थे, लेकिन इसके कैचमेंट एरिया मोहना और घाटीगांव में ठीक से पानी नहीं बरसा, यही नहीं ककैटो और पेहसारी बांध भी आधे रह गए थे, जहां से पानी ओवरफ्लो होकर तिघरा में पहुंचता है।