ग्वालियर। कोरोना संक्रमित अशोक कुमार अरोरा की हालत बिगडऩे पर इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उपचार के लिए दिल्ली के लिए रैफर किया था लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही मृतक ने दम तोड़ दिया। वापस लौटे परिजन शव को सीधे लक्ष्मीगंज विद्युत श्मशान घाट लेकर जा पहुंचे ओर प्रशासन को जानकारी दी। सूचना मिलने पर श्मशान घाट पहुंचे प्रशासन व निगम अधिकारियेां की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह कर दिया गया। वहीं मृतक के छोटे भाई राजकुमार अरोरा को भी हालत बिगडऩे के बादउपचार के लिए जेएएच स्थित मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है। जहां उन्हें भी ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
कल्याण हॉस्पीटल ने अंतिम समय में दिल्ली रैफर कर दिया
मिली जानकारी के अनुसार विनय नगर सेक्टर नंबर-2 निवासी अशोक कुमार अरोरा उम्र 63 साल पेशे से ट्रेवल्स संचालक हैं, 12 अगस्त को सांस में तकलीफ व बुखार आने पर उन्होंने कोरोना जांच कराई थी उनकी जांच रिपोर्ट 13 अगस्त को पॉजीटिव आने पर उनके बेटे पवन अरेारा ने उपचार के लिए प्रशासन द्वारा अधिकृत कल्याण हॉस्पीटल में भर्ती कराया था लेकिन सोमवार की शाम उनकी हालत बिगड़ती देख इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उपचार के लिए दिल्ली के लिए रैफर कर दिया।
नोएडा तक पहुंच गए थे परंतु अस्पताल तक नहीं पहुंच पाए
हालत बिगड़ती देख परिजन रात आठ बजे उन्हे एंबुलेंस से दिल्ली के लिए रवाना हो गए, लेकिन नोएडा पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजन शव वापस लेकर आज सुबह ग्वालियर पहुंचे और मौत होने की सूचना प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही मृतक का अंतिम संस्कार कोविड-19 के लिए तय की गई गाइड लाइन के अनुसार लक्ष्मीगंज स्थित विद्युत शवदाह गृह में परिजनों की मौजदूगी में कर दिया गया। सनद रहे कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या अब तक 44 तक जा पहुंची है और मौत का आंकड़ा रोजाना तेजी से बढ़ रहा है।
50 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों में कोरोना के नए लक्षण
अंचल में कोरोना की रफ्तार के साथ ही इससे पीडि़त हो रहे मरीजों में दिखने वाले लक्षण में भी बदलाव देखा जा रहा है। अब पचास साल या इससे अधिक की उम्र के लोगों में भूख नहीं लगना, मुंह का कसेला, उल्टी-दस्त सिर चकराना व स्किन में खिंचाव होने जैसे लक्षण दिख रहे हैं। यहीं कारण है कि कोरोना वायरस अपना शिकार युवाओं व बुजुर्गों को बना रहा है। कोरोना के बदल रहे लक्षण पर विशेषज्ञों का मानना है कि वायरस का असर पचास साल या उससे अधिक उम्र के लोगों पर, मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट या अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों पर सीधा अटैक कर रहा है।
बच्चों में संक्रमण 1 व युवाओं में 70 फीसदी
कोरोना काल में अंचल में रहने वाले बच्चों में संक्रमण का प्रतिशत महज एकफीसदी ही अब तक सामनेआया है इसका मुख्य कारण बच्चों का घरों से बाहर नहीं निकलना माना जा रहा है वहीं युवाओं में संक्रमण की दर चिकित्सकों के रिसर्च के मुताबिक अंचल में सत्तर फीसदी सामने आई है।