भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने UGC- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश पर आयोजित यूजी (अंडर ग्रेजुएशन) फाइनल ईयर और पीजी (पोस्ट ग्रेजुएशन) फाइनल सेमेस्टर के ओपन बुक एग्जाम के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है।
स्पष्ट किया गया है कि जितने पेपर हो चुके हैं वह दोबारा नहीं होंगे।
जो पेपर शेष बचे हैं वह ओपन बुक प्रणाली से होंगे।
यूनिवर्सिटी को वेबसाइट पर लॉग इन आईडी सिस्टम के जरिये परचा भेजा जाएगा।
छात्रों को घर से परीक्षा देने के बाद तय समय में कॉपी जमा करना होगी।
30 सितंबर से पहले परीक्षा करवाना होगी और अक्टूबर तक देना होगा।
मध्यप्रदेश में ओपन बुक एग्जाम का आयोजन कैसे होगा
ऑनलाइन पेपर मिलने के बाद छात्र बुक ओपन करके जवाब लिख सकेंगे।
छात्रों को A-4 साइज के पन्नों को कॉपी की तरह उपयोग करना होगा।
यह कॉपी नजदीक के सरकारी, अनुदान प्राप्त या निजी कॉलेज में जमा करवाना होगी या डाक से यूनिवर्सिटी को भेजना होगी।
यूजी में ऐसे तैयार होगा रिजल्ट
बीकॉम, बीए और बीएससी जैसे यूजी कोर्स के लिए 50 प्रतिशत अंक ओपन बुक परीक्षा के आधार पर तय होंगे। बाकी के 50 प्रतिशत अंक के लिए प्रथम और द्वितीय वर्ष में संबंधित विषयों में मिले अंको में 25-25 प्रतिशत जोड़े जाएंगे। हालांकि जिन विषयों के परचे पहले हो चुके हैं, उनमें यह प्रयोग मान्य नहीं होगा।
और पीजी में ऐसे होगा मूल्यांकन
एमकॉम, एमए और एमएससी जैसे पीजी कोर्स में भी मूल्यांकन का तरीका बदला है। 50 प्रतिशत अंक ओपन बुक एक्जाम से मिलेंगे। जबकि बाकी के 50% अंकों का मूल्यांकन संबंधित विषय की प्रथम, द्वितीय व तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा में औसत अंकों के आधार पर होगा।
प्राइवेट और एटीकेटी स्टूडेंट का रिजल्ट कैसे तैयार होगा
प्राइवेट परीक्षार्थियों का रिजल्ट भी इसी मूल्यांकन विधि से तैयार होगा।
एटीकेटी के छात्रों के लिए भी यही सिस्टम रहेगा।
एटीकेटी के परचे भी साथ ही होंगे।
इसके लिए ओपन बुक एक्जाम सिस्टम ही लागू होगा।