भोपाल। पार्ट टाइम पॉलिटिक्स और सस्ते सोर्स कई बार नेताओं को हंसी का पात्र बना देते हैं। बिजली बिल मामले में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है। श्री सिंधिया को पता ही नहीं कि सरकार ने बिजली बिल मामले में क्या फैसला किया है। या फिर उन्हें पता होने के बावजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया उपचुनाव में लाभ उठाने के लिए अपने फॉलोअर्स और आम जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि बिजली बिल माफ हो गए हैं
मध्यप्रदेश उपचुनाव में भाजपा का चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर अकाउंट पर बताया कि मप्र सरकार ने COVID19 आपदा के मद्देनजर एक किलोवाट तक के घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के 31 अगस्त तक के बिजली बिल माफ करने का निर्णय लिया है। आम जनता के हित मे लिए गए इस निर्णय के लिए मैं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
बिजली बिल मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्या डिसीजन लिया है
कोरोनावायरस के संक्रमण के नाम पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्णय लिया है कि 1 अप्रैल से 31 अगस्त 2020 तक यदि किसी बिजली उपभोक्ता ने बिजली बिल नहीं चुकाया तो उसका कनेक्शन काटा नहीं जाएगा बल्कि उसकी बकाया रकम को उधारी खाते में लिख लिया जाएगा। सितंबर और अक्टूबर यानी उप चुनाव तक उपभोक्ता को उसके बिजली बिल में बकाया राशि प्रदर्शित नहीं की जाएगी। इसका तात्पर्य हुआ कि बिजली बिल माफ नहीं किया है बल्कि आगामी 2 महीने तक बकाया वसूली पर रोक लगा दी गई है। चुनाव बाद वसूली शुरू की जाएगी।
30 अगस्त को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार
मध्यप्रदेश कर्मचारियों के इलाज के लिए 93 प्राइवेट अस्पतालों की लिस्ट
संपत्ति की सुरक्षा का अधिकार कब प्रारंभ होता है और कब तक बना रहता है
कपूर आइस्क्रीम की तरह बनाया जाता है या पेड़ पर लगा होता है, हवा में उड़ क्यों जाता है
मध्यप्रदेश में भीषण बाढ़ के बाद 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट, 20 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी
संपत्ति की सुरक्षा का अधिकार कब प्रारंभ होता है और कब तक बना रहता है
कपूर आइस्क्रीम की तरह बनाया जाता है या पेड़ पर लगा होता है, हवा में उड़ क्यों जाता है
मध्यप्रदेश में भीषण बाढ़ के बाद 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट, 20 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी