भोपाल। मध्यप्रदेश में सभी प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम प्रतिबंधित है। यहां तक की भगवान श्री गणेश एवं दुर्गा माता की मूर्तियां तक स्थापित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है परंतु ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए सभी नियम शिथिल कर दिए गए। उज्जैन में ज्योतिरादित्य सिंधिया का अघोषित जुलूस दिखाई दिया। पुलिस मौजूद थी परंतु सुरक्षा के लिए, कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करवाने की हिम्मत दिखाने वाला कोई नजर नहीं आया।
इतनी भीड़ थी कि रेलिंग गिर गई, ज्योतिरादित्य सिंधिया बाल-बाल बचे
उज्जैन में महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक हादसे में घायल होने से बच गए। रामघाट के ऊपर राणा जी की छतरी पर जाते समय यह घटना हुई। सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की होने से सीढ़ियों की एक तरफ की सीमेंट की रैलिंग गिर गई। अच्छी बात यह रही कि इसमें कोई घायल नहीं हुआ। रैलिंग गिरने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया कुछ देर ठहरे और फिर चले गए।
घटना का विवरण
बाबा महाकाल की शाही सवारी का पूजन करने पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया राणा जी की छतरी से रामघाट की ओर जाने लगे। सीढियों से उतरते समय एक सुरक्षाकर्मी ने धक्का-मुक्की होने पर रैलिंग पर हाथ रख दिया। पहले से ही हिल रही रैलिंग यह भार सह नही पाई और भरभराकर गिर गई। रैलिंग उनके ऊपर गिरते-गिरते बची। सिंधिया घटना के दौरान कुछ देर के लिए वहीं रुक गए, हालांकि इसके बाद वे वहां से निकल गए।